कानपुर देहात: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले में कृष्ण जन्माष्टमी पर प्रसाद खाने से 40 बच्चे बीमार पड़ गए. प्रसाद खाने के बाद बच्चों को उल्टी, दस्त और पेट दर्द के लक्षण शुरू हो गए. जिन्हे इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भार्ती कराया गया है. इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि प्रसाद खाने से बच्चों के बीमार होने की जानकारी हुई है. रसूलाबाद के सीएचसी अधीक्षक को भेजा गया था, जो बच्चो का देख कर रहे हैं. 


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क्या है पूरा मामला? 
रसूलाबाद के मिर्जापुर लकोठिया में जन्माष्टमी कार्यक्रम का आयोजन हुआ था. कार्यक्रम के बाद प्रसाद वितरण किया गया था, जिसमें गांव के लोगों और बच्चों ने प्रसाद खाया था. प्रसाद खाने के बाद सुबह 40 बच्चे उल्टी, दस्त और पेट दर्द से बीमार हो गए. हालत बिगड़ने पर करीब दर्जन भर लोगों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रसूलाबाद में उपचार के लिए भर्ती किया गया है. दर्जन भर से अधिक का अस्पताल में इलाज चल रहा है. सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव में भेजा गया है, जो फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए लोगों की जानकारी जुटा रही है.


प्रसाद खाने के बाद बीमार पड़ने लगे 
इस पूरे मामले में बीमार मरीजों के परिजनों ने बताया कि उन्होंने देर रात कृष्ण जन्माष्टमी का प्रसाद खाया था जिसमें पंजीरी और चरणामृत का वितरण किया गया था. कुछ लोगों ने देर रात में ही प्रसाद ग्रहण कर ली थी. कुछ लोगों ने घर ले जाकर प्रसाद को रख लिया था और सुबह होते उसे खा लिया, जिसके बाद अचानक से प्रसाद खाने वाले लोग बीमार पड़ गए. वहीं पेट में दर्द दस्त और उल्टी जैसी समस्याएं बच्चों से लेकर बड़ों तक को होने लगी, जिसके चलते आनन-फानन में  सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों में उनको भर्ती कराया गया.


क्या कहना है जिम्मेदारों का? 
इस पूरे मामले में जिले के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि प्रसाद खाने से लोगों में दस्त और पेट दर्द की समस्या बढ़ गई थी जिसके चलते उन्होंने तुरंत ही स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके पर भेज दिया. बीमार लोगों का इलाज भी शुरू करा दिया गया है. फिलहाल अधिकारियों की माने तो अब स्थिति सामान्य है खतरे से ज्यादातर लोग बाहर हैं.