UP Nikay Chunav 2022: जानिए डिप्टी CM ने क्यों कहा- `हम तैयार पर सपा की नीयत खराब`
UP News: यूपी में नगर निकाय के चुनाव होने हैं, लेकिन अब इसको लेकर जुबानी जंग शुरू हो गई है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में नगर निकाय के चुनाव होने हैं. इसकी तारीखों का ऐलान अब तक नहीं हो सका है. हाल ही में ये खबर आई थी कि जनवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है. इससे पहले भी तारीखों का ऐलान होना था, लेकिन नहीं हो सका. अब इसको लेकर जुबानी जंग शुरू हो गई है. निकाय चुनावों में हो रही देरी को लेकर इंतजार उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को दोषी बताया है.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी नहीं चाहती कि समय पर चुनाव हो, इसलिए अड़ंगा डालने के लिए सपा अपने पार्टी के एक बड़े नेता के भाई के माध्यम से अड़चन पैदा कर रही है. योगी सरकार और भारतीय जनता पार्टी समय पर निकाय चुनाव (Municipal Elections) कराने के लिए तैयार है.
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सपा का लोकतांत्रिक मूल्यों में कोई भरोसा नहीं
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा का लोकतांत्रिक मूल्यों में कोई भरोसा नहीं है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके नेताओं की मानसकिता दलित, पिछड़ा और महिला विरोधी है. वंचित तबके के बढ़ते प्रतिनिधित्व से समाजवादी पार्टी घबराई हुई है। सपा को आशंका है कि अगर इस वक्त चुनाव हुए तो शहरी निकायों में उसे बड़ी हार का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में सपा अपने पार्टी के एक बड़े नेता के माध्यम से अड़ंगा डालने की कोशिश कर रही है।
मंशा साफ होनी चाहिए
डिप्टी सीएम ने कहा कि भाजपा संगठन और उत्तर प्रदेश सरकार की सांविधानिक प्रावधानों के अनुरूप समय पर निकाय चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है. समय पर चुनाव हों, ताकि शहरों के नियोजित विकास की गति और तेज हो सके. मामला न्यायालय के समक्ष लंबित होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हर किसी को अधिकार है कि वह अपनी बात न्यायालय के समक्ष रखे, लेकिन मंशा साफ होनी चाहिए.
जनता सपा को इसका जवाब जरूर देगी
डिप्टी सीएम ने कहा कि हमारी सरकार सबका साथ सबका विकास की नीति पर काम करती है. सरकार की मंशा साफ है. हम आरक्षण के हर अधिकारी को उसका हक दिलाना चाहते हैं. अब जब मामला न्यायालय के समक्ष विचाराधीन है, तो न्यायालय का जो भी आदेश होगा, सरकार उसका पालन करेगी, लेकिन अपनी हार तय जानकार समाजवादी पार्टी चुनाव में अड़ंगा डालने की कोशिश कर रही है. चुनाव जब भी होंगे, जनता सपा को इसका जवाब जरूर देगी.