विशाल रघुवंशी लखनऊ: समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता इन दिनों एक-दूसरे पर जमकर बयानबाजी कर रहे हैं. इसी कड़ी में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) पर हमला बोला है. स्वामी ने बोलते हुए कहा है कि ओपी राजभर हवा हवाई राजनीति करते हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि ओम प्रकाश राजभर की पार्टी विचार शून्य हैं, अगर विचारों से लैस होते तो गठबंधन को हंसी मजाक का विषय नहीं बनाते.  इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ओम प्रकाश राजभर पर निशाना साधा था.


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वहीं आज समाजवादी पार्टी के एमएलसी और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य से यूपी एसटीएफ (UP STF) ने पूछताछ की है. यूपी एसटीएफ ने सोमवार को स्वामी प्रसाद मौर्य से करीब एक घंटे तक पूछताछ की. माना जा रहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य से यह पूछताछ उस ठगी के सिलसिले में हुई है, जिसमें उनके निजी सचिव रहे अरमान को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. इस मामले में स्वामी ने कहा अरमान कभी मेरा पीआरओ नहीं रहा. जो भी दोषी हो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए.


'मुझे तो मानकों के हिसाब से नहीं दी गई थी सुरक्षा'
स्वामी प्रसाद मौर्य ने सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर के बारे में  बोलते हुए कहा कि ओपी राजभर रोज घरोंदे बनाते हैं और तोड़ते हैं. उन्होंने कहा कि राजभर को वाई श्रेणी की सुरक्षा दे दी है और मुझे जो मानक हैं उस पर भी कोई सुरक्षा नहीं दी गई. स्वामी ने कहा कि मेरा कभी पीआरओ या निजी सचिव नहीं रहा. उन्होंने कहा कि बसपा में जाने पर राजभर की नो एंट्री हो गई है.


अपने बलबूते नहीं जीते ओपी राजभर
 स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा -राजनीति हिस्सेदारी की होती है या विचारों की होती है. OP राजभर की पार्टी 20 साल पुरानी है. अपने बलबूते कभी एक भी विधायक नहीं जिता सके. बीजपी से गठबंधन में उनके 4 विधायक जीते थे, जबकि सपा गठबंधन में 6 विधायक जीते. उन्होंने कहा कि राजभर को पहले से हिस्सेदारी कहीं ज्यादा मिली है.


बता दें कि बीते दिनों स्वामी के निजी सचिव रहे अरमान और उसके गिरोह के कई सदस्यों की गिरफ्तारी हुई थी. आरोप है कि गिरोह के सदस्यों के द्वारा सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी की जा रही थी.  एसटीएफ को उनके कब्जे से भारी मात्रा में फर्जी मार्कशीट, आधार कार्ड व कई अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए थे. स्वामी के निजी सचिव रहे अरमान पर आरोप है कि वह कथित तौर पर युवाओं को नौकरी देने के नाम पर धन उगाही करता है. अरमान के साथ तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. इन सभी मामलों की जांच यूपी एसटीएफ की लखनऊ यूनिट कर रही है.


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