वाराणसीः उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सेंट्रल स्कूल के कक्षा 9वीं के स्टूडेंट की आत्महत्या का मामला सामने आया है. बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी स्थित केंद्रीय विद्यालय के छात्र की आत्महत्या के इस मामले ने तूल पकड़ा लिया है. सैकड़ों छात्र कार्रवाई की मांग को लेकर स्कूल के गेट पर धरने पर बैठे हैं. मृतक छात्र को इंसाफ दिलाने के लिए छात्रों ने प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल को सस्पेंड करने की मांग करी है. जानकारी के मुताबिक काशी हिंदू विश्वविद्यालय के केंद्रीय विद्यालय के एक छात्र ने फांसी लगा ली. कक्षा 9 वीं के 14 वर्षीय छात्र मयंक ने आत्महत्या कर ली, जिसके बाद क्षेत्र में सनसनी फैली गई. 


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स्कूल ने छात्र को किया था सस्पेंड 
जानकारी के मुताबिक स्कूल में मोबाइल फोन लेकर जाने पर छात्र पकड़ा गया था. जिसके बाद टीचर द्वारा छात्र को मोबाइल साथ ले जाने पर फटकार पड़ी थी. उसे सात दिन के लिए स्कूल ने छात्र को सस्पेंड किया था. घटना से नाराज छात्र ने यह खौफनाक कदम उठाया. मृतक मयंक अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था. 


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यह है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि वाराणसी के लंका थाना अंतर्गत काशी हिंदू विश्वविद्यालय के केंद्रीय विद्यालय पढ़ने वाले 14 वर्षीय नौवीं के छात्र मयंक यादव ने रविवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. परिजनों ने केंद्रीय विद्यालय को छात्र की मौत का जिम्मेदार बताया है, जिसके बाद छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. अब यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है. छात्र के परिजनों ने और केंद्रीय विद्यालय के छात्रों ने वाराणसी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा और केंद्रीय विद्यालय के बाहर बैठकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की है. इस पूरे मामले के 48 घंटे बाद स्कूल प्रशासन ने भी चुप्पी तोड़ी और अपनी सफाई दी. प्रदर्शन कर रहे छात्रों को समझाने पहुंचे प्रिंसिपल की छात्रों से जमकर कहासुनी हुई. मौके पर पहुंची पुलिस ने भी छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन छात्रों का साफ कहना है जब तक छात्र को न्याय नहीं मिलेगा उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.


ऐसे हत्यारों को गिरफ्तार करना चाहिए: उत्कर्ष, छात्र  
बीएचयू केंद्रीय विद्यालय के छात्र उत्कर्ष श्रीवास्तव ने कहा, "यहां के प्रिंसिपल दिवाकर सिंह और वाइस प्रिंसिपल विनीता सिंह को तुरंत हटा देना चाहिए. उन पर कार्रवाई करना चाहिए, अभी भी वह छात्रों को धमकी देकर गए हैं. पुलिस प्रशासन को ऐसे हत्यारों को गिरफ्तार करना चाहिए. नहीं तो यह जांच सही से नहीं होने देंगे. छात्र को केबिन में बुलाकर मारा गया था. इसलिए ऐसा कदम उठाया ये लोग हत्यारे हैं."


हमें न्याय चाहिए: मृतक की बहन
मृतक की बहन ने कहा, " प्रिंसिपल सर हम लोगों से मिलने आए और कहते हैं कि हमें इस मामले के बारे में नहीं पता है. छात्रों को उन्होंने केबिन में बुलाया. मेरा भाई एक बार केबिन में गया था उसके साथ ऐसा क्या किया गया कि उसने आत्महत्या कर ली. अब हम बाहर बुलाकर उनसे बात करना चाहते हैं हमें न्याय चाहिए बस."


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पूरा स्कूल प्रशासन इस घटना से बहुत दुखी हैः प्रिंसिपल दिवाकर 
केंद्रीय विद्यालय के प्रिंसिपल दिवाकर सिंह ने बताया, "यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. पूरा स्कूल प्रशासन इस घटना से बहुत ही दुखी है. घटना के बारे में पुलिस इंक्वायरी कर रही है. यह जो घटना हुई वह घर पर घटी है. हम लोग के तरफ से कोई भी त्रुटि होगी नियम के आधार पर कार्रवाई होगी. हम अपने बड़े अधिकारी को लिख कर देंगे. मोबाइल को लेकर कुछ नहीं कहा गया है जो भी बच्चे मोबाइल लेकर आते हैं उनके पेरेंट्स को बुला कर इसकी जानकारी दी जाती है. मोबाइल घर में प्रयोग करें स्कूल में टीचर पढ़ा रहा हैं तो क्लास में फोकस करें."


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