UP Weather Today: गरम कपड़ों को अलमारी में पैक करने से पहले जानें मौसमी अपडेट, पश्चिम विक्षोभ के कारण बदलाव, जानें ताजा हाल
UP Weather Today: यूपी में तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही दिन में तेज धूप निकलने लगी है. इसके बाद गर्मी का असर देखा जा रहा है. ..जल्दी ही ठंडी हवाओं से राहत मिलेगी..
Weather Update UP: यूपी में मौसम का बदलाव लगातार जारी है. पारे में उतार-चढ़ाव के कारण सर्दी और गर्मी का अहसास बना हुआ है. ठंडी हवाओं के कारण सुबह और शाम को तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है. दिल्ली-एनसीआर में धूप तेज निकलने से अब गर्मी का अहसास होने लगा है. देश के तमाम हिस्सों में धीरे-धीरे मौसम गर्म होने लगा है. रात और दिन के तापमान में भी बढ़ोतरी हो रही है. अगर आपको लग रहा है कि सर्दी की विदाई हो गई तो पहले इस खबर को जरूर पढ़ लें. मौसम विभाग ने बड़ा अपडेट जारी किया है.
पश्चिमी हिमालय पहुंचा एक और पश्चिमी विक्षोभ
प्राइवेट मौसम एजेंसी एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय तक पहुंच गया है. जिसके कारण उत्तरी मैदानी इलाकों में उत्तर-पश्चिम से मध्यम हवाएं (Weather Update) चल रही हैं. साथ ही इस इलाके में दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी हो रही है.
यूपी के राजधानी लखनऊ समते आसपास के जिलों में बुधवार सुबह की शुरुआत सर्द हवाओं से हुई. बीतें तीन दिनों से मौसम ऐसे ही बना हुआ है. सर्दी के तेवर ढीले पड़ते ही लोगों को लगने लगा है कि अब गर्मी रफ्तार पकड़ेगी. लेकिन, पश्चिम विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव देखने को मिला है.
आज से नया सिस्टम एक्टिव होगा
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबक 16 फरवरी को नया सिस्टम एक्टिव होगा, जिससे 28 फरवरी के बाद यूपी में गर्मी का असर देखने को मिलेगा. यानी अगले महीने गर्मी अपने तेवर दिखाएगी.
मौसम वैज्ञानिकों की चिंता
दरअसल, मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस बार मानसून पर मौसमी प्रभाव अल नीनो का खतरा मंडरा रहा है. इसके चलते यूपी समेत देशभर के सभी राज्यों में सामान्य से काफी कम बारिश होने की संभावना है. वहीं, तापमान ज्यादा बढ़ने पर इसका असर फसलों पर भी देखने को मिलेगा. यूपी समेत समूचा देश सूखे की चपेट में आ सकता है. यहां मानसून सीजन की बारिश पर अल नीनो का प्रभाव पड़ सकता है. अल नीनो के प्रभाव के चलते बारिश सामान्य से काफी कम होने की संभावना है. इससे खेती किसानी में भी असर पड़ेगा. एक रिपोर्ट में मौसम वैज्ञानिकों ने ये दावे किए हैं.
क्या है अल नीनो ?
दरअसल, भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर क्षेत्र के सतह पर निम्न हवा का दबाव होने पर जो स्थिति पैदा होती है, उसे अल नीनो कहा जाता है. इसकी उत्पत्ति के कई कारण हो सकते हैं. इससे समुद्री सतह का तापमान काफी कम हो जाता है. इसका सीधा असर दुनियाभर के तापमान पर पड़ता है. यही कारण होता है कि तापमान औसत से अधिक ठंडा हो जाता है. इसका असर दक्षिण-पश्चिम मानसून पर पड़ता है.