Uttar Pradesh Metro Rail Corporation : आज लड़कियां पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं. हर क्षेत्र में वह परचम लहरा रही हैं. इसका ताजा उदाहरण उत्‍तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) में देखने को मिला है. यूपी मेट्रो की पहली महिला पायलट ने हाल ही में 70 हजार किलोमीटर मेट्रो दौड़ाकर कीर्तिमान स्‍थापित कर दिया है. खास बात यह है कि इस दौरान  महिला पायलट ने कोई छुट्टी भी नहीं ली. इसके लिए उन्‍हें ‘एंप्लॉय ऑफ द मंथ’ अवार्ड से भी सम्‍मानित किया गया है.  


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यूपीएमआरसी की पहली महिला पायलट 
दरअसल, प्रयागराज की रहने वाली एकता केसरवानी यूपीएमआरसी में पायलट हैं. हाल ही में एकता केसरवानी ने 70 हजार किलोमीटर मेट्रो चलाकर रिकॉर्ड बना दिया है. एकता कहती हैं कि मेट्रो का परिचालन रेलवे से बिल्‍कुल अलग होता है. मेट्रो को शहर में ही चलाना होता है. शहरों में छोटे-छोटे स्‍टेशन होते हैं. ऐसे में बहुत चौकन्‍ना रहता होता है. 


70 हजार किलोमीटर का सफर तय किया 
एकता ने बताया कि 70 हजार किलोमीटर मेट्रो परिचालन के दौरान उन्‍होंने कोई भी छुट्टी नहीं ली. उन्‍होंने बहुत ईमानदारी के साथ यह सफर तय किया. यही वजह है कि वह इस मुकाम को हासिल कर पाईं. एकता बताती हैं कि उनके पिता भरत लाल केसरवानी और मां माधुरी केसरवानी को उन पर गर्व है. 


चौकन्‍ना रहना पड़ता है 
एकता ने बताया कि मेट्रो चलाने के दौरान बहुत सतर्क रहना पड़ता है. चारों तरफ नजरें होनी चाहिए. साथ ही ट्रैक के साथ-साथ ट्रेन की स्पीड पर भी नजर रखनी होती है. यह भी देखना होता है कि कोई यात्री पीली लाइन के आगे तो नहीं खड़ा है.एकता ने बताया कि आठ घंटे की ड्यूटी में कोई अप्रिय घटना न हो इसलिए वह पूरे टाइम सतर्क रहती हैं. 


प्रयागराज से की शुरुआती पढ़ाई 
बता दें कि एकता केसरवानी यूपीएमआरसी की पहली महिला पायलट हैं. एकता की प्राथमिक शिक्षा प्रयागराज से हुई है. इसके बाद उन्‍होंने गाजियाबाद के मोदीनगर स्थित कॉलेज से इंजीनियरिंग की है. उन्‍होंने यूएमआरसी को भी धन्‍यवाद दिया है. उन्‍होंने बताया कि यात्रा के दौरान किसी भी तरह की दिक्‍कत होने पर विभाग की ओर से तत्‍काल सुनवाई होती है. साथ ही महिलाओं की सुरक्षा का भी पूरा ध्‍यान दिया जाता है.  


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