Success Story: दसवीं में आए सिर्फ पासिंग मार्क्स, सबने कहा कुछ नहीं कर सकता, आज हैं वो IAS अधिकारी
IAS Success Story: अक्सर देखा जाता है कि छात्रों में कम नंबरों की वजह से निराशा देखने को मिलती है, लेकिन अगर आप ठान लें तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. इसी का उदाहरण हैं भरूच के कलेक्टर तुषार सुमेरा, जिन्होंने दसवीं में महज पासिंग मार्क्स आने के बाद भी आईएएस अधिकारी बने हैं. आइए जानते है उनकी सक्सेस स्टोरी...
Success Story: असफलता या खराब परफार्मेंस पर अक्सर लोग निराश हो जाते हैं, लेकिन अगर चाह है तो यहां से सफलता का दरवाजा भी खुलता है. इसी का जीता जागता उदाहरण गुजरात के भरूच जिले के कलेक्टर तुषार सुमेरा हैं. आइएएस अधिकारी अवनीश शरण ने उनसी सफलता की कहानी को सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जो खूब चर्चा में है. आइए जानते हैं उनकी सक्सेस स्टोरी....
परीक्षा के बाद हर किसी की निगाहें परिणाम पर टिकी होती हैं, लेकिन अगर यह आपके मुताबिक ना आए तो अक्सर लोग हताश हो जाते हैं, साथ ही आपके आसपास के लोग भी इसी के मुताबिक आपकी काबिलियत को जज करने लगते हैं. इसी से मिलती-जुलती कहानी कुछ भरूच के कलेक्टर तुषार सुमेरा की है, जिन्होंने अपनी दसवीं की मार्कशीट शेयर की है, जिसमें उनके सिर्फ पासिंग मार्क्स आए हैं, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.
रिजल्ट देखकर सब बोले- यह कुछ नहीं कर सकता
आइएएस अधिकारी अवनीश शरण ने उनकी स्टोरी शेयर करते हुए लिखा, ''भरूच के कलेक्टर तुषार सुमेरा ने अपनी दसवीं की मार्कशीट शेयर करते हुए लिखा है कि उन्हें दसवीं में सिर्फ पासिंग मार्क्स आए थे. उनके 100 में अंग्रेजी में 35, गणित में 36 और विज्ञान में 38 नंबर आए थे. ना सिर्फ पूरे गांव में बल्कि उस स्कूल में यह कहा गया कि यह कुछ नहीं कर सकते.''
लक्ष्य पर किया फोकस, हासिल की सफलता
बता दें, तुषार सुमेरा ने दसवीं के बाद आर्ट स्ट्रीम से 12वीं पास किया. इसके बाद उन्होंने बीएड किया और टीचर की नौकरी की. इसी दौरान उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी करने की ठानी. उन्होंने लक्ष्य बनाकर तैयारी शुरू की, जिसके बाद उन्होंने साल 2012 में यूपीएससी क्वालिफाई किया और आईएएस अधिकारी बने. वर्तमान में वह गुजरात के भरूच जिले के कलेक्टर और डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट हैं.
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