कुलदीप नेगी/देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा में हुई भर्तियों को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है. भाजपा कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. पिछले कार्यकाल की याद दिलाकर एक-दूसरे के दामन पर जमकर कीचड़ उछाला जा रहा है. कांग्रेस भाजपा को आरोपों के घेरे में ले रही है तो भाजपा कांग्रेस को आईना दिखा रही है. चाहे बात कांग्रेस नेता व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल के कार्यकाल को लेकर कर लें या फिर भाजपा नेता व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के कार्यकाल का मुद्दा हो. दोनों ही विधानसभा अध्यक्ष के कार्यकाल में हुई भर्तियों का मुद्दा गरमाया हुआ है. कांग्रेस सीधे-सीधे भाई भतीजावाद का आरोप लगा रही है. कांग्रेस का आरोप है की तदर्थ नियुक्ति में भाजपा नेताओं के नजदीकियों को लगा दिया गया. इसमें कुछ तो पूर्व में भाजपा नेताओं के पीआरओ तक रह चुके हैं. वहीं भाजपा के निशाने में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व कांग्रेस नेता गोविंद सिंह कुंजवाल हैं. भाजपा आरोप लगा रही है कि गोविंद सिंह कुंजवाल ने तो अपने परिवार जनों को ही विधानसभा में फिट करा दिया. हालांकि प्रेमचंद अग्रवाल कह चुके हैं कि जो भी नियुक्तियां हुई है वह नियमानुसार हुई हैं. यह कोई स्थाई नियुक्तियां नहीं हैं बल्कि तदर्थ हैं.


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गोविंद कुंजवाल ने दिया नियमों का हवाला


भर्ती में हुई गड़बड़ी के मुद्दे पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा है की विधानसभा की सेवा नियमावली के तहत ही सभी भर्तियां की गई हैं. उन्होंने दो टूक  कहा कि सरकार चाहे तो देश की सबसे बड़ी एजेंसी जिस पर सरकार को विश्वास हो कार्यकाल की नियुक्तियों की जांच करा सकती है. उन्होंने कहा कि किसी भी तरह का आरोप साबित हो जाता है तो वह सजा भुगतने को तैयार हैं. 


अल्मोड़ा में बेरोजगार युवाओं ने धरना दिया
उत्तराखंड अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग और विधानसभा में बैकडोर भर्तियों के खिलाफ अल्मोड़ा में बेरोजगार युवाओं ने धरना दिया. बेरोजगार युवाओं ने गीत गाकर अपना विरोध जताया. बेरोजगार युवाओं नें UKSSSC भर्ती घोटाले और विधानसभा धांधली की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. वहीं आम आदमी पार्टी ने भर्ती घोटाले पर राज्य सरकार का पुतला फूंका.आप कार्यकर्ताओं ने बीजेपी-कांग्रेस को भर्ती घोटालों के लिए जिम्मेदार बताया.