पुष्कर चौधरी/चमोली: उत्तराखंड के चमोली में बर्फबारी हो रही है. जहां श्री हेमकुंड साहिब के कपाट आज 1:30 बजे विधि-विधान के साथ शीतकाल तक के लिए बंद कर दिए गए. इस दौरान दरबार में हाजिरी भरने के लिए भोर से ही  संगतों का आना शुरू हो गया था.


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बैंड-बाजों के साथ धूमधाम से कपाट हुए बंद
आपको बता दें कि आज सुबह 10 बजे हेड ग्रंथी भाई मिलाप सिंह जी ने अरदास की. सुखमनी साहिब जी का पाठ   लगभग 11:25 पर खत्म हुआ. इसके बाद रागी जत्थे द्वारा दरबार हॉल में उपस्थित संगतों को गुरबाणी कीर्तन सुनाकर निहाल किया. इस साल की यात्रा की समाप्ति की अरदास करके बैंड-बाजों के साथ धूमधाम से पंज प्यारों की अगुवाई में गुरु साहिब जी के स्वरूप को सुखासन स्थान पर सुशोभित  किया गया, जिसके बाद 1:30 बजे शीतकाल के लिए कपाट  बंद कर दिए गए. 


1500 श्रद्धालुओं ने टेका मत्था
अध्यक्ष एनएस बिंद्रा ने बताया कि पिछले तीन दिनों से हो रही बर्फबारी के बावजूद संगतों के मन की श्रृद्धा और उत्साह में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं थी. इस पावन अवसर पर लगभग 1500 श्रद्धालुओं को मत्था टेकने का सौभाग्य मिला. इसके बाद उन्होंने गुरुघर का आशीर्वाद लिया. इस दौरान भारतीय सेना की 418 लाइट इंजीनियर का दल भी मौजूद रहा. इसके अतिरिक्त गुरुद्वारा ट्रस्ट के अध्यक्ष सरदार जनक सिंह जी भी अपने जत्थे के साथ गुरु दरबार में हाजिर रहे.


इस साल 2 लाख 47 हजार श्रद्धालुओं ने कराया था रजिस्ट्रेशन
आपको बता दें कि गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट द्वारा सभी संगतों और उत्तराखंड शासन-प्रशासन का निर्बाध यात्रा के लिए आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया. जानकारी के मुताबिक इस साल 2 लाख 47 हजार श्रद्धालुओं ने यात्रा का रजिस्ट्रेशन कराया और उन्हें श्री हेमकुंड साहिब यात्रा का सौभाग्य प्राप्त हुआ.


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