गोरखपुर : जल्द ही ट्रेन से लखनऊ, पाटलिपुत्र और प्रयागराज की यात्रा करने वाले यात्रियों का सफर और आसान होने वाला है. पूर्वोत्तर रेलवे ने इन तीनों रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की तैयारी शुरू कर दी है. एक सप्ताह के भीतर वंदे भारत एक्सप्रेस की पहली रैक आने की पूरी उम्मीद है. इसके बाद स्पीड ट्रॉयल किया जाएगा. कोचिंग डिपो में ओएचई तार लगाने का काम भी शुरू कर दिया गया है. वांशिग पिट बनकर तैयार हो चुका है. वंदे भारत के लिए पिट पर तार दौड़ाए जा रहे हैं.


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जानकारी के मुताबिक तीनों रूटों पर वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजा है. इन रूटों में गोरखपुर से लखनऊ, पाटलिपुत्र से गोरखपुर वाया लखनऊ, अयोध्या, गोरखपुर से प्रयागराज शामिल हैं. इन रूटों पर यात्रियों की संख्या अधिक है. भरोसा जताया जा रहा है कि जल्द ही इस पर मुहर लग सकती है.


वहीं पूर्वांचल में गोरखपुर बड़ा केंद्र भी है. गोरखपुर स्टेशन से होकर सैकड़ों ट्रेनें हर दिन आती-जाती हैं. हर ट्रेन का गोरखपुर में ठहराव भी है. यही कारण है कि पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन यह चाह रहा है कि इस रूट पर अधिक से अधिक वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई जाए, जिससे कि यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा का आनंद मिल सके.


रेलवे अधिकारियों की माने तो वंदे भारत एक्सप्रेस गोरखपुर से चलनी तय है. ट्रेन को गोरखपुर से सुबह चलाए जाने की उम्मीद है. वंदे भारत के लिए एक अलग से वाशिंग पिट बना दिया गया है. इसमें बिजली के अलग से तार लगाने का काम भी शुरू कर दिया गया है. 
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गोरखपुर-लखनऊ रूट पर होगा ट्रॉयल
पूर्वोत्तर रेलवे का छपरा से गोरखपुर वाया लखनऊ का मुख्य मार्ग मॉर्डन तरीके से बनाया गया हैं. इस रूट 120 से 130 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेनें चल सकती है. शुरुआती दौर में वंदे भारत को भी 120 से 130 किलोमीटर घंटे की रफ्तार से चलाने की योजना है. रैक आने के बाद इसका ट्रॉयल इसी रूट पर किया जाएगा.


वंदे भारत की अधिकतम गति सीमा 180 किलोमीटर प्रतिघंटा है. यह महज 52 सेकेंड में 100 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ लेती है. इसमें वाई-फाई के साथ 32 इंच की स्क्रीन रहेगी. एग्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री सीटें भी घूमने वाली होंगी.


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