Google Discover: आखिर क्या है गूगल डिस्कवर? कैसे करता है काम, आसान भाषा में समझें यहां...
Google Discover: इंटरनेट दुनिया में ट्रैफिक का सबसे बड़ा सोर्स गूगल डिस्कवर कैसे काम करता है. आज के इस आर्टिकल में हम आपको गूगल डिस्कवर के बारे में डिटेल में जानकारी देने जा रहे हैं.
नई दिल्ली: गूगल ने साल 2016 में Google Feed के रूप में जानी जाने वाली सुविधा को रिब्रांड और रिवैम्प करने के लिए Google Discover नाम की सुविधा शुरू की है. यह गूगल डिस्कवर गूगल फीड के समान काम करता है. इसे ऐसे समझा जा सकता है कि Google Discover, Google Feed के कुछ महत्वपूर्ण Updates के साथ आया है. इस आर्टिकल में हम इसके बारे में विस्तार से जानेंगे कि Google Feed और Google Discover क्या होता है. इसकी प्रमुख विशेषताएं क्या हैं. यह कैसे काम करता है. साथ ही यह भी जानते हैं कि कैसे अपनी वेबसाइट को गूगल डिस्कवर में ला सकते हैं.
क्या है गूगल डिस्कवर?
गूगल डिस्कवर एक ऐसा सोर्स है, जो आपकी साइट को अच्छी क्वान्टिटी और अच्छी क्वॉलिटी का ट्रैफिक दिला सकता है. बिना किसी बैक लिंक और रैंकिंग से. चाहे आपकी वेबसाइट किसी भी नेचर की हो. सबसे अच्छी बात ये है कि ये काफी आसान है. आइए हम आपको बताते हैं कि गूगल डिस्कवर क्या है? आप कैसेअपनी वेबसाइट को गूगल डिस्कवर में ला सकते हैं और क्या गलतियां नहीं करनी हैं....
डिस्कवर वर्ब होता है और डिस्कवरी नाउन. आई (I) डिस्कवर होता है और माई (MY) डिस्कवरी होता है. कोलंबस का नाम आपने सुना होगा, क्रिस्टोफर कोलंबस आपको स्कूल में बताया होगा कि उन्होंने अमेरिका को डिस्कवर हुआ था. उन्हें खुद लगता था कि उन्होंने इंडिया को डिस्कवर किया था. लेकिन असल में उन्होंने Bahamas को डिस्कवर किया था. जो अमेरिका से 300 किलोमीटर दूर एक आयरलैंड है. डिस्कवर के साथ भी एक यही प्रॉब्लम है कि आप ढूढने कुछ निकलते हैं, मिलता कुछ और है.
गूगल डिस्कवर की भी यही खासियत है. एंड्रॉइड या iPhone में गूगल फीड या क्रोम में जो आर्टिकल की लिस्ट दिखाई देती है, वो गूगल डिस्कवर ही होता है. इसमें जो आर्टिकल की लिस्ट दिखती है, वो रैंक के आधार पर नहीं बनती है. बल्कि इंट्रेस्ट के बेसिस पर दिखाई देती है. यूजर्स के इंट्रेस्ट के हिसाब से गूगल अनुमान लगाता है और उसी बेसिस पर यूजर को आर्टिकल की लिस्ट दिखाई देती है. उसके डिस्कवर में ये फीड एंडलेस है. गूगल लगातार आपके वेब और एप्स की गतिविधियों के आधार पर आर्टिकल दिखता रहता है.
डिस्कवर को लेकर गूगल की खास बातें-:
1. यह हर यूजर के लिए पर्सनलाइज़्ड होती है. मतलब आपका कंटेंट चाहे जिस बारे में हो उसके रीडर जरूर मिल जायेंगे.
2. यह फीड हर यूजर के लिए अलग होती है. इसमें कोई रैंक नहीं होती है.
3. गूगल फीड यूजर के इंट्रेस्ट के ऊपर निर्भर करता है इसलिए इसमें कीवर्ड्स का रोल नहीं होता है.
4. यह गूगल की सिस्टम मशीन लर्निंग है, जो यूजर को डाटा पहुंचने का काम करता है.
वेबसाइट को गूगल डिस्कवर में कैसे लाएं ?
यह समझना बेहद जरूरी है कि कोई टैग, कोड या कोई टेक्नीकल चीजें नहीं है जिससे हम अपनी खबरों को गूगल डिस्कवर या गूगल फीड में तुरंत ला सकते हैं. हमें डिस्कवर के काम करने के तरीके को खुद समझना है.
1. इंडेक्सिंग- यह सबसे पहली चीज है इंडेक्सिंग. अगर आपका पेज इंडेक्स हो चुका है इसका मतलब है गूगल बोट ने आपका कंटेंट पढ़ा भी है और उसके टॉपिक के बारे में उसे पता भी है.
2. स्कीमा डाटा- आपकी वेबसाइट पर जिस तरह का स्कीमा डाटा लगाया जा सकता है, उसे जरूर लगाएं. स्कीमा डाटा गूगल को ये बताता है कि आपके इस पेज का कंटेंट किस बारे में है, उसका टॉपिक क्या है, आर्टिकल किसने लिखा है, किसने पब्लिश किया है. इसके साथ ही कब पब्लिश किया है और कब अपडेट किया है.
3. क्लियर टॉपिक- अगर आप चाहते हैं कि आपका पेज गूगल डिस्कवर में आए तो आपको यह देखना होगा कि आपके टॉपिक का उद्देश्य क्या है. आपने यूजर के हर प्रश्नों के जवाब उसमें दे दिया हो.
उदारहण के तौर पर 'सुबह उठकर पांच काम क्या करें' ये ना बनाने की जगह अगर आप सुबह-सुबह उठकर गरम पानी पीने के कुछ फायदे बता दें. टॉपिक क्लियर होगा, तो पेज का हेडलाइन और टाइटल क्लियर होगा उससे आपके आर्टिकल पर क्लिक मिलने के ज्यादा चांसेस होता है.
4- बड़ी फोटो- गूगल डिस्कवर फीड एक विज़ुअल फीड है. उसमे कंटेंट से ज्यादा फोटो का पार्ट होता है. इसलिए अपने आर्टिकल पर अच्छी इमेज लगाएं. इसके साथ ही गूगल के हिसाब से आर्टिकल में कम से कम 1200 Pexels वाली फोटो लगाएं.
5. वेब स्टोरीज- वेब स्टोरीज गूगल फीड डिस्कवर में दिखाई जाती है. आप अपने आर्टिकल को ही वेब स्टोरीज में बदल सकते हैं. ऐसे आर्टिकल को डिस्कवर में आने का चांस बढ़ जाते हैं.
6. पेज परफॉरमेंस- गूगल डिस्कवर में आने के लिए आपका पेज का जल्दी खुलना बेहद जरूरी है.
आपको इन सारी चीजों के साथ एक बात का खास ध्यान रखना है. आपके पेज या आर्टिकल का हेडलाइन या टाइटल अधूरा नहीं होना चाहिए. मतलब पूरी बातें हेडलाइन और टाइटल में बतानी हैं. वरना गूगल इस तरह के आर्टिकल को डिस्कवर से बाहर कर देता है.
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