Unity Mall: 1 फरवरी को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया. इस दौरान उन्होंने हर राज्य में "यूनिटी मॉल" बनाने का प्रस्ताव रखा. यह यूनिटी मॉल क्या हैं, इनका काम क्या होगा, इनको कहां स्थापित किये जाएगा और यह कैसे काम करेंगे. चलिए जानते हैं. 


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यूनिटी मॉल क्या हैं और कहां स्थापित किए जाएंगे? (What is Unity Mall and Where Established)
बजट स्पीच के दौरान वित्तमंत्री ने कहा कि सभी राज्यों को अपनी राजधानी या प्रसिद्ध पर्यटन स्थल या मुख्य आर्थिक केंद्रों पर एक यूनिटी मॉल बनाने के लिए  प्रोत्साहित किया जाएगा.  जहां राज्य के ओडीओपी प्रोडक्ट्स, जीआई प्रोडक्ट और हस्तकला के सामान के सामान को बेचा जाएगा. साथ ही अन्य राज्यों के उत्पाद को भी बढ़ावा दिया जाएगा. 


हालांकि इनका निर्माण भौतिक रूप में होगा या यह ऑनलाइन मार्केटप्लेस के तौर स्थापित होंगे. इसको लेकर अभी स्पष्ट नहीं हो सका है. साथ ही अभी यह भी नहीं पता चल सका है कि इनको कौन चलाएगा. लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि इनको गुजरात के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास स्थित यूनिटी मॉल की तर्ज पर बनाया जाएगा. 


इस यूनिटी मॉल में आने वाले पर्यटकों को विभिन्न राज्यों के हस्तशिल्प उत्पादों को बेचा जाता है.  यह विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें दो मंजिलें और 20 एम्पोरियम हैं, जहां पारंपरिक वस्त्रों और कारीगरों के हस्तशिल्प का प्रदर्शन किया जाता है.


क्यों किया जाएगा स्थापित
इन यूनिटी मॉल को स्थापित करने का उद्देश्य स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना है. जो बेहतर ढंग के प्रचारित करने के लिए एक बेहतर प्लेटफॉर्म न होने की वजह से सीमित क्षेत्र में सिमट कर रह गए हैं. यह स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा देंगे और कारीगरों को मजबूत करने में मदद करेंगे. साथ ही स्थानीय संस्कृति को दिखाने के लिए एक बड़ा पर्यटक आकर्षण हो सकते हैं. 


ओडीओपी क्या है? (What is ODOP)
ओडीओपी यानी वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट. सरकार ने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए यह योजना शुरू की, जिससे कारीगरों को उनके श्रम के लिए इनकम में वृद्ध हो.  


जीआई टैग क्या है? (What is GI Tag)
जीआई टैग का मतलब है जियोग्राफिकल इंडिकेशन टैग (Geographical Indication Tag) या आसान भाषा में कहें तो भौगोलिक संकेत. यह उन उत्पादों को दिया जाता है जो एक खास भौगोलिक क्षेत्र के भीतर उत्पन्न होते हैं. इनमें कुछ खास विशेषताएं और गुण होते हैं.भारत में  करीब रजिस्टर्ड जीआई उत्पादों की कुल संख्या 450 के करीब पहुंच रही है. 


यूपी को क्या हो सकता है फायदा?
उत्तर प्रदेश में यूनिटी मॉल की स्थापना होती है, तो यहां के लोकल प्रोडक्ट्स को एक बेहतर मंच मिलेगा. ओडीओपी और जीआई टैग वाले उत्पादों को मंच मिलने से स्थानीय कारीगरों को आर्थिक तौर पर मजबूती मिलेगी. साथ ही स्थानीय संस्कृति को दिखाने के लिए एक बड़ा पर्यटक आकर्षण हो सकते हैं.