Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होने जा रही है. हिंदू धर्म के इस प्रमुख त्योहार में देवी मां की पूजा की जाती है. मान्यता है कि नौ दिन घर में देवी माता का वास होता है. इसलिए इस दौरान कुछ खास नियमों और मान्यताओं का पालन करना होता है.  इसी में से एक है नाखून और बाल काटने से बचना. हालांकि नवरात्रि में मुंडन संस्कार किये जाते हैं. जानिए इससे पीछे क्या वजह है. 


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नवरात्रि के दौरान नाखून या बाल काटना शुभ नहीं माना जाता है, मान्यता अनुसार ऐसा करना हिंसा के रूप में आता है. साथ ही कहा जाता है कि इससे शरीर में ऊर्जा संतुलन बिगड़ जाता है. इसलिए इस दौरान बाल और नाखून काटने से बचने की सलाह दी जाती है. हालांकि इसको लेकर लोगों के अलग-अलग मत हैं. कुछ लोग ऐसा नहीं करते हैं जबकि कई लोग इससे बचते हैं. 


हालांकि, नवरात्रि के दौरान मुंडन संस्कार की परंपरा बेहद पुरानी है. मान्यता है कि मुंडन बच्चे को शुद्ध करने और किसी भी नकारात्मक ऊर्जा या प्रभाव को दूर करने का एक तरीका माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि सिर मुंडवाने से यह ऊर्जा दूर हो जाती है और आध्यात्मिक विकास और शुद्धता को बढ़ावा मिलता है. 


 


नवरात्रि के दौरान नाखून और बाल काटने से बचना आध्यात्मिक मान्यताओं और परंपराओं के आधार पर लोगों की व्यक्तिगत पसंद है. वहीं मुंडन का अभ्यास बच्चे को शुद्ध करने और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देने के तरीके के रूप में किया जाता है.


Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.


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