29 नवंबर से देहरादून में होगा शीतकालीन सत्र, कांग्रेस ने दिखाए तेवर
उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालिन सत्र के हंगामेदार रहने का अनुमान है. राजधानी के मुद्दे पर कांग्रेस ने अभी से तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं.
कुलदीप नेगी/देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से देहरादून में होगा. मंगलवार को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने शीतकालिन सत्र को मंजूरी दे दी है. राज्य की पांचवीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र के लिए सरकार ने 29 नवंबर से पांच दिसंबर तक की अवधि का प्रस्ताव तैयार किया है. विधानसभा के प्रभारी सचिव हेम चंद्र पंत के अनुसार गवर्नर ने देहरादून विधानभवन में सत्र के आयोजन की स्वीकृति दी है. विधानसभा सत्र को लेकर विधानसभा की तरफ से भी आदेश जारी हो चुके हैं.
हालांकि सत्र की अवधि कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में तय होगी और काफी हद तक यह सरकार के कामकाज पर भी निर्भर करेगी. इस सत्र में सरकार अनुपूरक बजट लाने के साथ ही कुछ महत्वपूर्ण विधेयक भी सदन में लगी. इसके अलावा कुछ संशोधन विधेयक भी सदन के पटल पर रखे जा सकते हैं.
यह भी पढ़ें: नकली नोट से ठगी करने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, जानिए क्यों देते थे 4 गुना नकली नोट का लालच
विपक्ष ने खोला मोर्चा
लेकिन जिस तरीके से अब देहरादून में ही सत्र करवाया जा रहा है, ऐसे में विपक्ष को भी फिर से सरकार पर हमलावर होने का मौका मिल गया है. विपक्ष का आरोप है कि सरकार गैरसैण जाना ही नहीं चाहती थी. कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी का कहना है कि गैरसैंण को लेकर बीजेपी कभी भी संवेदनशील नहीं रही है. बीजेपी गैरसैण जाना ही नहीं चाहती.
यह भी पढ़ें: 16 नवंबर से शुरू अग्निवीर भर्ती परीक्षा, 13 जनपद के अभ्यर्थी होंगे शामिल
कांग्रेस का कहना है कि ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया लेकिन वहां पर बजट सत्र नहीं किया. शीतकाल में ठंड का बहाना बनाकर गैरसैण जाने से बचे. विधानसभा सत्र के लिए विधायकों ने अलग-अलग महकमे के 500 से ज्यादा सवाल लगाए हैं. आने वाले कुछ दिनों में इनकी संख्या और बढ़ सकती है.