बेटी की डिलीवरी के लिए नौकरी कर रही मां की मौत, अंतिम दर्शन न कर पाने का बिटिया को रहेगा ताउम्र पछतावा
पश्चिम बंगाल के कुशविहार से नौकरी की तलाश में महिला नोएडा पहुंची. बीमारी ने ले ली जान. गर्भवती बेटी ने वीडियो कॉल कर मां का अंतिम दर्शन किए.
प्रमोद कुमार/अलीगढ़ : गर्भवती बेटी की डिलीवरी के लिए मां को पैसों की जरूरत थी. व्यवस्था नहीं हुई तो खुद पैसा कमाने के लिए पश्चिम बंगाल से नोएडा आ गई. पैसे कमाने आई महिला की यहां बीमारी से मौत हो गई. उधर, मां की मौत की खबर जब बेटी को हुई तो वह टूट सी गई. पैसे के अभाव में गर्भवती बेटी मां का अंतिम संस्कार भी नहीं कर सकी. वीडियो कॉल से मां का अंतिम दर्शन किया. बाद में एक संस्था ने मां का अंतिम संस्कार कर दिया.
16 नवंबर को पुलिस को जानकारी हुई
थाना सिविल लाइन के मेडिकल चौकी के कांस्टेबल नवीन कुमार ने बताया कि 16 नवंबर को जेएन मेडिकल कॉलेज से महिला का शव मिला. मृतक महिला के पास एक मोबाइल था. इसके आधार पर महिला की शिनाख्त बुलबुली पत्नी स्व. विपुल वर्मन निवासी शिघुलकुशी जनपद कुशविहार, पश्चिम बंगाल के रूप में हुई. पुलिस ने मृतक महिला की बेटी को फोन कर अंतिम संस्कार में आने को कहा, पैसों के अभाव में गर्भवती बेटी ने आने से मना कर दिया.
मां की घर पर ही रह रही है गर्भवती बेटी
जब पुलिस ने बेटी से अंतिम संस्कार में न आ पाने की वजह पूछी तो बेटी ने जो बताया वह सुनकर पुलिस के होश उड़ गए. बेटी विपली ने बताया कि मैं अपने पति चंदन के साथ मां के घर पर ही रहती हूं. मेरा कोई भाई-बहन नहीं है. मैं गर्भवती हूं, मेरा पति भी छोटी-मोटी मजदूरी करता है. मेरी डिलीवरी के लिए पैसे की आवश्यकता थी जिसके लिए मेरी मां को ठेकेदार हाशिम नोएडा मजदूरी कराने के लिए ले गया था.
वीडियो कॉल से अंतिम दर्शन की
इस दौरान मेरी मां की मौत हो गई. बेटी ने कहा कि मेरे पास न तो पैसे हैं और न ही मेरी हालत ऐसी है कि मैं वहां आकर अपनी मां का अंतिम संस्कार कर सकूं. अतः आप मेरी मां को मोबाइल पर ही दिखा दीजिए. इस दौरान बेटी को वीडियो कॉल से अंतिम दर्शन कराए गए. मां-बेटी की इस कहानी को जो भी सुना उसकी आंखों से आंसू आ गए. बाद में एक निजी संस्था आगे आई और मृतक का अंतिम संस्कार किया.