प्रमोद कुमार गौर/कुशीनगर: यूपी के कुशीनगर (Kushinagar) में एक परिवार अपने ही घर और जमीन से बेदखल हो गया है. उनकी जमीन पर किराएदार ने कब्जा जमा लिया है. इसे लेकर पीड़ित परिवार पुलिस से लेकर प्रशासनिक दफ्तरों का चक्कर लगाते थक चुका है. पीड़ित ने परिवार सहित इच्छा मृत्यु की मांग को लेकर राष्ट्रपति को पत्र भेज कर मांग की है.


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प्रेम के जाल में फंसा कर बनाया शारीरिक संबंध


दरअसल कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया थाने के एक गांव की रहने वाली रंजना (बदला हुआ नाम) ने महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को रजिस्ट्री के माध्यम से इच्छामृत्यु की मांग की है. पीड़ित महिला ने महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भेजे गए शिकायत पत्र में बताया है कि मेरे पति गांगा की सन 1987 में मौत हो गई थी. पति की मृत्यु के बाद वह बेसहारा हो गई. महिला का आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टर रामअधार ने उसे प्रेम के जाल में फंसाया और उसके घर में किराए से रहने लगा. इस बीच उसने कई बार शारीरिक संबंध भी बनाया. इससे उसे एक बेटी हुई. 


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जमीन भी अपने नाम करवाने का आरोप


आरोप है कि इसी बीच आरोपी ने सादे स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करवा कर महिला की जमीन भी अपने नाम करवा ली.इसकी जानकारी तब हुई जब पीड़ित महिला ने मकान में अन्य एक दुकानदार से तीन साल पहले किराया मांगा. इस पर उसने बताया कि यह मकान तो रामअधार ने आपसे स्टैंप के माध्यम से खरीद लिया है. मैं आपको किराया क्यों दूं. इसके बाद महिला ने न्याय की गुहार लगाकर कई सरकारी विभागों के चक्कर काटे. लेकिन जब कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई तो इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है. सवाल है कि सरकारी सिस्टम न्याय न दे पाए तो सामान्य व्यक्ति कहां जाएगा.