Lok Sabha Elections 2024:: सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) जब से सत्ता में आए हैं, उनका सिर्फ एक ही फोकस है 'विकास'. वैसे हर राज्य सरकार की यही प्राथमिकता भी होती है कि विकास योजनाओं को जनता तक पहुंचाया जाए. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि विकास योजनाओं की मॉनिटरिंग कितना कारगर और माइक्रो लेवल पर प्लान क्या है? जिससे काम की रफ्तार तेज़ी से बढ़ सके. जिस सरकार का मॉनिटरिंग प्लान फेल हुआ तो समझिए वो सरकार भी पूरी तरह फेल हो जाती है.  लेकिन सीएम योगी मॉनिटरिंग प्लान के मास्टर नजर आ रहे हैं. तभी तो उन्होंने दोबारा सत्ता में आने पर मॉनिटरिंग प्लान पर ही ज्यादा फोकस किया है. यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य है और सीएम योगी जानते हैं कि उसके लिए एक मेगा प्लान ही बनाना पड़ेगा, जो कारगर हो सकता है. वो उसी दिशा में काम कर रहे हैं.  


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मिशन 2024 के लिए माइक्रो प्लान पर काम शुरू
योगी सरकार में 52 मंत्री है ऐसे में उन्होंने अपने मंत्रियों को जिले का प्रभारी बना रखा है. कई मंत्रियों की जिम्मेदारी 2 से 3 जिले की दी हुई है. सीएम योगी पूरे लेयर का साथ काम कर रहे हैं. अब उन्होंने एक और बड़ा फैसला लिया है. बीजेपी संगठन के साथ ही सरकार ने भी मिशन 2024 के लिए माइक्रो प्लान पर काम शुरू कर दिया है. सुशासन के उद्देश्य से शानदार फैसला लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के 75 जिलों को तीन हिस्सों में बांट दिया है. 25 जिलों की निगरानी सीएम योगी खुद करेंगे. जबकि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक  के पास भी 25-25 जिलों की जिम्मेदारी होगी. जिससे तेजी के साथ योजनाओं को धरातल पर उतारते हुए व्यवस्थाओं की पैनी निगरानी की जा सके. इतना ही नहीं वक्त के साथ योगी आदित्यनाथ मंत्रियों के मंडल प्रभार में फेरबदल करते रहते हैं. 


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सीएम योगी ने तीसरी बार मंत्रियों के कामकाज में किया फेरबदल
सीएम योगी ने तीसरी बार अपने कैबिनेट मंत्रियों के मंडल प्रभार में बदलाव किया है. दरअसल, योगी ने 100 दिन के भीतर तीसरी बार मंत्रियों के कामकाज में फेरबदल किया है. इसकी मुख्य वजह ये है कि मंत्रियों को अलग अलग इलाकों का अनुभव मिले. कोई एक मंत्री एक जगह अपना अड्‌डा न बना पाए. सीएम योगी ने सत्ता में आते ही सभी विभागों से 100 दिन, छह महीने, एक वर्ष, दो वर्ष और पांच वर्ष की कार्ययोजना तैयार कराई. यह कार्ययोजना तय समय के साथ साकार होती चले इसके लिए पहले-पहल दोनों उप मुख्यमंत्रियों समेत सभी मंत्रियों को 18 मंडलों का प्रभारी बनाया गया. 


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 
मंडल - जिले
सहारनपुर - सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली
मेरठ- मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, हापुड़, बागपत
मुरादाबाद - मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, बिजनौर, संभल
अलीगढ़ - अलीगढ़, एटा, कासगंज, हाथरस
वाराणसी - वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली
आजमगढ़ - आजमगढ़, बलिया, मऊ


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डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य
मंडल - जिले
कानपुर - कानपुर नगर, कानपुर देहात, कन्नौज, औरैया, इटावा, फर्रुखाबाद
झांसी - झांसी, ललितपुर, जालौन
चित्रकूट - बांदा, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर
प्रयागराज - प्रयागराज, कौशाम्बी, फतेहपुर, प्रतापगढ़
मीरजापुर - मीरजापुर, भदोही, सोनभद्र
अयोध्या - अयोध्या, बाराबंकी, अम्बेडकरनगर, सुल्तानपुर, अमेठी


डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक
मंडल - जिले
गोरखपुर - गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया
बस्ती - बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर
देवीपाटन - गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती
आगरा - आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी
बरेली - बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर, पीलीभीत
लखनऊ - लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, खीरी


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यानि आप अंदाजा लगा सकता हैं कि किस लेयर के साथ सीएम योगी काम कर रहे हैं. जहां पहली लेयर में अधिकारियों की जिलों की जवाबदेही होगी. वहीं, दूसरी लेयर में मंत्री काम करेंगे. तीसरी लेयर में डिप्टी सीएम और सीएम योगी खुद मोर्चा संभाल कर रखेंगे. यानि साफ है सीएम योगी विकास योजनाओं की सहारे मिशन 2024 में पूरे यूपी को जीतने का प्लान किया है. 


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