अजीत सिंह/लखनऊ  : योगी सरकार 45 लाख गरीब ग्रामीण परिवार की महिलाओं को इस साल के अंत तक रोजगार मुहैया कराएगी. एक परिवार से एक व्यक्ति को रोजगार देने पर काम शुरू हो गया है. इस साल के अंत तक ये रोजगार मुहैया करा दिए जाएंगे. बीजेपी के संकल्प पत्र में एक परिवार के एक सदस्य को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने का वादा किया गया था. इस साल दिसंबर तक रोजगार और स्वरोजगार के मौके महिलाओं को उपलब्ध कराए जाएंगे. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्रदेश में 2.83 लाख नये महिला स्वयं सहायता समूह बनाए जाएंगे. प्रदेश में 6.93 लाख महिला स्वयं सहायता समूह कार्यरत हैं. हर समूह में 11 महिला सदस्य होती हैं. अब तक प्रदेश में स्व सहायता समूह से 72, लाख महिलाएं जुड़ी हैं. योगी सरकार ने इस साल 2.83 लाख नए समूह गठित करने और 45 लाख परिवारों को रोजगार और स्वराज रोजगार उपलब्ध कराने का  लक्ष्य रखा है. 31.13 लाख महिलाओं को नए समूहों से जोड़ा जाएगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इन क्षेत्रों में मिलेगा रोजगार
ओडीओपी वस्तुओं के उत्पादन और वितरण में
बायो गैस संयंत्र संचालन में
सहकारी समितियों में
सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों में महिलाओं को वरीयता


प्रदेश में स्व सहायता समूह की बड़ी कामयाबी
प्रदेश में अब तक 58 हजार बैंकिंग सखी बनाई गई हैं. बीसी सखी ग्रामीणों को घर पर ही बैंकिंग सर्विस मुहैया करा रही है.
विद्युत सखी ने 400 करोड़ रुपये का बकाया बिल वसूल कर दिया है. 3.84 करोड़ रुपये कमीशन महिलाओं को मिला हैं.
55,357 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय एचएचजी की महिला संचालित कर रही है. छह हजार रुपये मानदेय मिलता है.
आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना के तहत गांवों में परिवहन सुविधा मुहैया कराने के लिए 453 एक्सप्रेस वाहन संचालित किए जा रहे हैं.
बाल विकास एवं पुष्टाहार के लिए टेक होम राशन प्लांट संचालित कर रही है. 204 में से 164 प्लांट स्थापित कर लिए हैं. सूखे राशन का वितरण किया जा रहा है.
स्व सहायता समूह फार्मर प्रोड्यूर आर्गेनाइजेशन (एफएओ) से जुड़ रहे हैं. 28 कंपनी बन चुकी है.
बुंदेलखंड की बलिनी मिल्क प्रॉड्यूसर कंपनी हर दिन दो लाख लीटर दूध की सप्लाई कर रही है.


Watch: किसान के घर की नींव की खुदाई में मिले सैकड़ों चांदी के सिक्के, प्रशासन में हड़कंप