चमोली में बांध टूटने से बाढ़ जैसे हालात, उत्तर प्रदेश में गंगा किनारे हाई अलर्ट
उत्तराखंड के चमोली में नंदा देवी नेशनल पार्क अंतर्गत कोर जोन में स्थित ग्लेशियर टूट गया है, जिस वजह से रैनी गांव के पास ऋषि गंगा तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध भी टूट गया है.
चमोली: उत्तराखंड के चमोली में नंदा देवी नेशनल पार्क अंतर्गत कोर जोन में स्थित ग्लेशियर टूट गया है, जिस वजह से रैनी गांव के पास ऋषि गंगा तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध भी टूट गया है. ऐसे में आस-पास के इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है और हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान होने की सूचना मिली है. जानकारी मिली है कि जिला प्रशासन और पुलिस टीम मौके पर पहुंच रही है. साथ ही, SDRF भी घटनास्थल पर पहुंच रही है. इसे देखते हुए उत्तराखंड के साथ उत्तर प्रदेश प्रशासन ने भी हाई अलर्ट जारी कर दिया है. यूपी में गंगा नदी के पास के सभी जिलों में अलर्ट के आदेश दे दिए गए हैं.
नवनीत सेहगल ने ट्वीट कर सभी जिलाधिकारियों को संदेश दिया है. उन्होंने पोस्ट किया है, "यूपी के सभी डीएम * आपदा चेतावनी *. उत्तराखंड में नंदादेवी ग्लेशियर के एक हिस्से के टूटने की रिपोर्ट आई है. गंगा नदी के पास सभी जिलों को सूचित किया जाता है कि जलस्तर बढ़ सकता है. 24 ×7 इसकी निगरानी की जानी चाहिए. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी फ्लड कंपनी ने इसके निर्देश दिए हैं."
CM योगी ने दिए सतर्क रहने के आदेश
उत्तर प्रदेश के सीएम कार्यालय की तरफ से ट्वीट कर जानकारी दी है कि, "यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड में बांध के टूटने से उत्पन्न हुई परिस्थितियों के दृष्टिगत प्रदेश में संबंधित विभागों, अधिकारियों एवं SDRF को हाई-अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने गंगा नदी के किनारे स्थित सभी जनपदों के जिलाधिकारियों तथा पुलिस अधीक्षकों को पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिए हैं"
UP सरकार करेगी सहायता
सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा है कि प्रदेश सरकार मुसीबत में फंसे लोगों की मदद करेगी. उन्होंने पोस्ट किया, "देवभूमि उत्तराखंड में उत्पन्न हुई इस प्राकृतिक आपदा से निपटने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी."
यूपी के जल शक्ति मंत्री ने लोगों से की ये अपील
यूपी के जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने ट्वीट कर जानकारी दी है, "उत्तराखंड के ग्लेशियर टूटने की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गंगा किनारे के समस्त जिला/पुलिस प्रसाशन, NDRF/SDRF और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है. गंगा के किनारे निवास करने वाले सभी से अनुरोध है कि प्रशासन के निर्देशों का पालन करें."
पोस्ट जोशीमठ से हेड कांस्टेबल मंगल सिंह द्वारा बताया गया कि उन्हें 10:55 पर थाना जोशीमठ से सूचना मिली थी कि रैनी गांव में ग्लेशियर टूट गया है. सूचना पर टीम तत्काल रूप से 11 बजे रवाना हुई. आदेश के अनुसार पोस्ट गौचर/श्रीनगर/रतूड़ा टीम अलर्ट मोड पर है. कुछ लोगों के बहने की भी खबर सामने आ रही है.
बाढ़ जैसे हालात
बता दें, चमोली में 24 मेगावॉट का प्रोजेक्ट निर्माणाधीन था. बताया जा रहा है हिमखंड टूटने के बाद नदी में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. इस घटना के बाद से ऋषिकेश कोडियाला ईको टूरिज्म जोन में जल पुलिस और एसडीआरएफ को अलर्ट कर दिया गया है. जल पुलिस के साथ आपदा प्रबंधन दल राफ्टिंग स्थलों पर पहुंच गया है. यहां राफ्टिंग बंद करा दी गई है. इसके साथ ही चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में नदी किनारे सभी सभी स्थानों पर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है.
इन इलाकों में प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
बांध टूटने से नदी जल स्तर बढ़ने की आशंका है. इसे देखते हुए टिहरी प्रशासन ने कीर्तिनगर, देवप्रयाग में नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का आदेश दिया है. वहीं देवप्रयाग संगम पर भी लोगों की आवाजाही बंद कर दी गई है. नदी किनारे बस्तियों में रहने वाले लोगों को ऊंचाई वाले इलाकों में ले जाने का आदेश प्रशासन ने जारी किया है. नदी किनारे खनन पट्टों पर काम करने वाले लोगों को हटाया जा रहा है.
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