देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक अन्य ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए रेलवे ने सर्वे का काम पूरा कर लिया है. पीएम का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है उत्तराखंड के चार धामों को रेलवे लाइन (Chardham Rail Line Project) से जोड़ना. इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत केदारनाथ धाम, बद्रीनाथ धाम, गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम को रेलवे लाइन के जरिए आपस में जोड़ना है.


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गंगोत्री-यमुनोत्री रेल लाइन के सर्वे का काम पूरा
भारतीय रेलवे इस प्रोजेक्ट को समय से पूरा करने के लिए तेजी से काम कर रही है. रेलवे ने इसी कड़ी में गंगोत्री और यमुनोत्री के बीच रेल लाइन बिछाने के लिए सर्वे का काम पूरा कर लिया है. रेलवे लाइन बिछाने के लिए यह सर्वे डोईवाला से उत्तरकाशी होते हुए बड़कोट तक किया गया है. वहीं बदरीनाथ और केदारनाथ धाम को रेल लाइन से जोड़ने का काम पहले से चल रहा है.


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गंगोत्री-यमुनोत्री रेल लाइन पर पड़ेंगे 10 स्टेशन
गंगोत्री से यमुनोत्री के बीच करीब 125 किमी लंबा रेलवे ट्रैक होगा. करीब 24 हजार करोड़ की लागत से इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जाएगा. इसके लिए मार्च 2018 में सर्वे का काम शुरू हुआ था. इस रेल लाइन पर कुल 10 स्टेशन होंगे. यह रेल लाइन 24 टनल और 19 पुलों से होकर गुजरेगी. आपको बता दें कि मोदी सरकार चारधाम को 4 लेन हाईवे के जरिये भी जोड़ने का काम कर रही है. ऑल वेदर रोड का निर्माण तेजी से चल रहा है, जिसे 2024 तक पूरा होना है.


बद्रीनाथ-केदारनाथ रेल लाइन का काम चल रहा
आपको बता दें कि बद्रीनाथ-केदारनाथ रेल लाइन का काम चल रहा है. इस लाइन पर न्यू ऋषिकेश रेलवे स्टेशन और सुरंग का निर्माण पूरा हो चुका है. वहीं न्यू ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का काम 2025 तक पूरा होने का अनुमान है. यह रेलवे लाइन 125 किमी लंबी है, जिसका 105 किमी हिस्सा सुरंग से होकर गुजरेगा. ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे ट्रैक पर 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ेगी.


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