Uttarakhand Nikay Chunav, मो. मुजम्मिल ( विकासनगर ) : विकासनगर निकाय चुनाव में आरक्षण की तस्वीर साफ हो गई है. जिससे चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे बहुत से नेताओं के अरमान ठंडे हो गए हैं. जबकि, कई नेताओं के अरमानों को पंख लग गए हैं. इस बीच निकाय चुनाव में अध्यक्ष पद को लेकर सत्ताधारी पार्टी भाजपा के अंदर ही विरोध होना शुरू हो गया है. ऐसे में पार्टी के बड़े नेताओं की जुबानी जंग भी तेज हो चुकी है. विकासनगर नगरपालिका अध्यक्ष पद की सीट अनुसूचित जनजाति (ST) आरक्षित होने पर विकासनगर के बीजेपी विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने इसे त्रुटि पूर्ण फैसला बताया. इसके साथ ही इस आरक्षण पर आपत्ति भी जताई है.


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क्या बोले बीजेपी विधायक?
बीजेपी विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने इसके खिलाफ हाईकोर्ट तक जाने की बात कह डाली. विधायक मुन्ना चौहान का कहना है कि जनसंख्या के लिहाज से विकासनगर नगर पालिका अध्यक्ष पद एसटी के लिए आरक्षित किया गया है, जिस पर वो आपत्ति जताते हैं. उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में हरबर्टपुर और विकासनगर लोकल बॉडीज है. नगर पालिका परिषद विकासनगर में अध्यक्ष के आरक्षण की जो अनंतिम सूची प्रकाशित हुई है, उसमें विकासनगर को अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित किया गया है. जिसे लेकर वो सहमत नहीं है.


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'विकासनगर में जनजातियों की आबादी सबसे कम'
बीजेपी विधायक ने कहा कि उत्तराखंड में खटीमा, धारचूला, नानकमत्ता, मुनस्यारी और विकासनगर में जनजातियों की आबादी है, लेकिन इसमें खटीमा, धारचूला, विकासनगर में नगर पालिका परिषद हैं. जबकि, नानकमत्ता और मुनस्यारी नगर पंचायतें हैं. तीनों नगर पालिकाओं में से खटीमा, धारचूला और विकासनगर में से विकासनगर में जनजातियों की आबादी सबसे कम है. ऐसे में पहले ज्यादा आबादी वाले पालिका आरक्षित होंगे, लेकिन खटीमा और धारचूला को अनारक्षित दर्शाया गया है. जबकि, विकासनगर को आरक्षित कर दिया गया है.


विधायक के बयान पर नौटियाल का पलटवार
उधर, बीजेपी के ही नेता व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रामशरण नौटियाल ने विधायक चौहान के आरक्षण को लेकर दिए बयान की आलोचना की और इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर उन्हें असल में आरक्षण से इतना लगाव है तो वो खुद अनारक्षित सीट पर चुनाव क्यों लड़ते हैं. उन्हें अपनी आरक्षित सीट पर ही चुनाव लड़ना चाहिए. नौटियाल ने कहा कि पार्टी के विधायक ही सरकार के फैसले के खिलाफ जाकर विकासनगर और जौनसार बाबर की जनता के बीच खाई खोदने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनका (विधायक मुन्ना चौहान) का यह बयान केवल राजनीतिक लाभ लेने वाला है, जो पछवादून और जौनसार बावर के आपसी सौहार्द को बांटने वाला है.


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