Ankita Bhandari Murder Case: अंकिता हत्याकांड को लेकर गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्रों में आक्रोश देखने को मिला. यहां आज सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने एकत्र होकर अंकिता को श्रद्धांजलि दी. वहीं, इस दौरान केंद्र व राज्य सरकार से अंकिता को इंसाफ दिलाने की मांग की. साथ ही, आरोपियों को फांसी देने की भी मांग की जा रही है. गढ़वाल विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं का कहना है कि वे भी घर से दूर यहां पढ़ने के लिए आई हैं. इस तरह की घटनाओं से उनके परिजन भी डरे सहमे हुए हैं और खुद उन्हें भी असुरक्षा की भावना पैदा हो रही है. छात्राओं का कहना है कि शासन और प्रशासन को इस संबंध में सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, जिससे कि आगे कोई भी इस तरह का दुस्साहस करने का सोचे भी नहीं. 


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इतना ही नहीं, उत्तराखंड के अल्मोड़ा में अंकिता और जगदीश हत्याकांड के विरोध में 'आंखें खोलो, चुप्पी तोड़ो' रैली का आयोजन किया गया. उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी और कई संगठनों के लोगों ने गांधी पार्क में एकत्र होकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने सरकार के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया और जूलूस भी निकाला.


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प्रोविजनल रिपोर्ट के मुताबिक, अंकिता भंडारी की पानी में दम घुटने से मौत
अंकिता भंडारी केस में एसआईटी लगातार लक्ष्मण झूला थाना में जांच कर रही है. आज भी एसआईटी ने थाने में आकर कई पहलुओं को लेकर जांच की. हालांकि, इस दौरान उन्होंने इस संबंध में मीडिया से दूरी बना के रखी. हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट एसआईटी को सौंप दी गई है, लेकिन अभी रिपोर्ट में क्या है, इसका खुलासा नहीं हुआ है. प्रोविजनल रिपोर्ट के अनुसार, पानी में दम घुटने और चोट के निशान की बात सामने आई थी.


मृतका के परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद से ही रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की थी. देर शाम उन्हें भी यह रिपोर्ट उपलब्ध करा दी गई. इस बीच मामले की जांच कर रही एसआइटी ने रिजॉर्ट पहुंचकर वहां के स्टाफ के बयान दर्ज किए. घटनास्थल का मुआयना कर साक्ष्य एकत्र किए हैं.


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पटवारी को किया गया निलंबित
वहीं, ताजा जानकारी के मुताबिक, अंकिता हत्याकांड मामले जांच करते हुए क्षेत्र के पटवारी को अब जाकर निलंबित किया गया है. राजस्व उपनिरीक्षक उदयपुर पल्ला-2 वैभव प्रताप सिंह को निलंबित किया गया है. बता दें, क्षेत्र के पटवारी की भूमिका को लेकर इस मामले से पहले से ही सवाल उठ रहे थे. परिजनों ने भी यह आरोप लगाया था कि मामला दर्ज नहीं किया जा रहा था. 


उत्तराखंड के सभी होटलों के जांच के आदेश
आपको बता दें कि अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद सीएम धामी सख्त हो गए हैं और सभी होटल और रिजॉर्ट की जांच के आदेश दिए हैं. ऋषिकेश में अंकिता भंडारी की हत्या के बाद प्रदेश सरकार ने सभी होटलों और रिजॉर्ट की जांच के आदेश दिए हैं. आदेश मिलते ही बागेश्वर में जिला प्रशासन और पुलिस भी जांच में जुट गई है. अगर प्रशासन इस पर ईमानदारी से जांच कराए तो आने वाले समय में कई चौंकाने वाले आंकड़े सामने की उम्मीद है. 


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जांच में मिल सकती हैं कई कमियां
बताया जा रहा है कि बागेश्वर में कई होटल और रिजॉर्ट हैं, जिनमें से अधिकांश पर समय समय पर उंगली उठती रहती है और शिकायत मिलती रहती है कि होटल मालिकों ने नियम कानूनों को ताक पर रखकर होटलों का निर्माण किया गया है. वहीं, प्राधिकरण और बैंकों ने बिना जांच किए ही इनको कर्ज भी दिया है. हालांकि, इन शिकायतों में कितनी सच्चाई है, यह तो प्रशासन की निष्पक्ष जांच के बाद ही सामने आएगा.


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