Chardham yatra darshan 2023: बिना टोकन के नहीं होंगे चार धाम के दर्शन, 4 घंटे के लिए मान्य, पढ़ें और क्या है जरूरी अपडेट?
Chardham yatra darshan 2023: चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है. पंजीकरण के बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर क्यूआर कोड आएगा. इस क्यूआर कोड के आधार पर धामों में दर्शन करने के लिए टोकन मिलेगा. इसी टोकन में दर्शन का समय होगा. बिना क्यूआर कोड के दर्शन की अनुमति नहीं होगी.
Chardham yatra darshan 2023: 22 अप्रैल से चार धाम यात्रा शुरू होने वाली है. इसी बीच चारधाम यात्रियों के लिए अच्छी खबर है. अब उनको दर्शन करने के लिए लाइन में नहीं लगना होगा. चारधाम तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के लिए मंदिरों के प्रवेश द्वार पर दर्शन के लिए टोकन जारी करने की व्यवस्था की जा रही है. भक्तों को ये टोकन एक-एक घंटे के अंतराल पर दिए जाएंगे. ये टोकन चार घंटे के लिए वैलिड होंगे.
नहीं लगना होगा लाइन में
चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को दर्शन के लिए लाइन में लगना पड़ता है. तीर्थयात्री लंबा सफर कर पहुंचते थे और फिर दर्शन के लिए उनको घंटों लाइन में लगना पड़ता है. समय भी बहुत खराब होता है और बुजुर्ग लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना होता है. कई घंटों लाइन में लगने के बाद दर्शन का नंबर आता था. पर टोकन सुविधा शुरू होने बाद भक्तों को काफी राहत मिलेगी. लाइन में लगकर होने वाली कई परेशानियों से मुक्ति भी मिल जाएगी. टोकन उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद जारी करेगा.
कई सालों से उठ रही थी टोकन की मांग
बता दें कि कई साल से दर्शन के लिए मंदिर परिसरों में टोकन व्यवस्था की मांग की जा रही थी. अब इसे धरातल पर लाने के लिए पर्यटन विकास परिषद ने कवायद शुरू कर दी है. बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में मंदिरों के प्रवेश द्वार पर पर्यटन विकास परिषद की ओर से यह टोकन दिए जाएंगे.
इन जगहों पर टोकन की व्यवस्था
यह व्यवस्था बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री में लागू होगी. टोकन मिलने के बाद तीर्थयात्री चार घंटे के अंदर दर्शन कर सकेंगे. मतलब की ये चार घंटे के लिए मान्य होगा. अगर इससे ज्यादा टाइम हो जाएगा तो ये रद्द हो जाएगा और आपको फिर से टोकन लेना होगा.
22 अप्रैल से शुरू होगी चार धाम यात्रा
उत्तराखंड सरकार ने स्वास्थ्य अधिकारियों को चार धाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान तीर्थयात्रियों की मेडिकल हिस्ट्री भी इकट्ठा करने के लिए कहा है. दरअसल तीर्थ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं न हों, इसके लिए ये कदम उठाया गया है. बता दें कि चार धाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू होने वाली है.
पंजीकरण जरूरी
चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है. पंजीकरण के बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर क्यूआर कोड आएगा. इस क्यूआर कोड के आधार पर धामों में दर्शन करने के लिए टोकन मिलेगा. इसी टोकन में दर्शन का समय होगा. बिना क्यूआर कोड के दर्शन की अनुमति नहीं होगी.