योगेश नगरकोटि/बागेश्वर : आईटीआई कांडा में स्टूडेंट्स को काफ़ी अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है.  रेनोवेशन और अपग्रेडेशन के नाम पर यहां करीब 4 करोड़ खर्च किए गए लेकिन सुविधाओं के नाम पर छात्र और छात्राओं को सिर्फ ठेंगा ही दिखाया जा रहा है. यहां के स्टूडेंट्स के पास न बैठने के लिए फर्नीचर है और न ही पढ़ाने वाले गुरुजन. 


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बिना फर्नीचर और गुरुजन के ही चल रहा है आईटीआई
छात्रों के पास बैठने के लिए न ही फर्नीचर है और न ही पढ़ाने वाले गुरुजन. ऐसे में सभी छात्रों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. यहां पर रेनोवेशन और अपग्रेडेशन का झांसा देकर छात्रों को सिर्फ चार चाँद ही दिखाये जा रहे है. 


आईटीआई हॉस्टल पर पॉलिटेक्निक का कब्जा
इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग की शिक्षा ले रहे इन छात्रों को पहले हॉस्टल सुविधा दी गई थी. लेकिन कुछ वर्षो से इस पर भी अब पॉलिटेक्निक का कब्जा है. दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले इन आईटीआई स्टूडेंट्स को मजबूरन किराये के कमरों में रहकर पढ़ाई करनी पड़ रही है।


किस काम का करोड़ों का रेनोवेशन और अपग्रेडेशन
छात्र और छात्राओं को सुविधाओं प्रदान करने की जगह टालमटोल किया जा रहा है. फर्नीचर,शिक्षक और हॉस्टल के बिना ही आईटीआई चलाया जा रहा है. ऐसे में सभी छात्र-छात्राओं काफी परेशान है.