`कोई भी रंग गैर इस्लामी नहीं`, भगवा पर मुस्लिमों के सबसे बड़े नेताओं में से एक अरशद मदनी का बड़ा बयान
Maulana Arshad Madani : जमीयत उल उलेमा ए हिंद औऱ दारुल उलूम के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने भगवा रंग पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने हरिद्वार के श्री दक्षिण काली मंदिर में महामंडलेश्वर आचार्य कैलाशानंद गिरी से मुलाकात की.
Bhagwa Row : शाहरुख खान की फिल्म पठान में भगवा बिकिनी पहने दीपिका पादुकोणे को लेकर शुरू हुआ बवाल भले ही सियासी और धार्मिक रंग ले लिया हो, लेकिन कट्टरपंथियों को मुंहतोड़ जवाब भी मिल रहा है. देश में मुस्लिमों के सबसे बड़े नेताओं में शुमार मौलाना अरशद मदनी ने रविवार को ऐसा ही बयान दिया. उन्होंने एक मीडिया चैनल से खास बातचीत में कहा, इस्लाम में किसी रंग की बुनियाद लेकर कहीं कुछ नहीं है. इसमें कहीं नहीं है कि ये रंग गैर इस्लामी रंग है. ऐसा कुछ नहीं है.
उत्तराखंड पहुंचे अरशद मदनी को आचार्य महामंडलेश्वर ने भगवा शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. उन्होंने ब्रह्म कमल की पारंपरिक उत्तराखंड की टोपी भी पहनी.दारुल उलूम के प्रमुख और शीर्ष इस्लामिक धर्म गुरु मौलाना अरशद मदनी ने हरिद्वार पहुंचकर निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी से मुलाकात की थी. दक्षिण काली मंदिर में हुई मुलाकात में दोनों धार्मिक गुरुओं की कई विषयों पर चर्चा हुई. इस दौरान कैलाशनंद गिरि ने मदनी को भगवा शॉल ओढ़ाया. अरशद मदनी ने भी स्वामी कैलाशानंद गिरी को हिंदी में अनुवादित कुरान शरीफ भेंट की.
अरशद मदनी ने कहा कि हिंदू और मुस्लिम के बीच भेदभाव राजनीतिक पार्टियों ने पैदा किया है. हम लोगों को किसी भी धर्म के बारे में गलत नहीं बोलना चाहिए. मदनी के अनुसार, उन्होंने यह बात आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से भी कही थी. लेकिन कुछ सियासी दल हिंदू मुस्लिम में आग लगाना चाहते हैं. हम मजहबी लोग हैं और हमारी आवाज सभी लोगों तक जाएगी और सभी धमों के भीतर एकता का संदेश जाएगा.अगर हमारी एक होकर बाहर निकलेगी तो उसका लोगों पर असर पड़ेगा. प्यार, मोहब्बत औऱ इंसानियत के साथ ऐसी आवाज उठेगी तो वो बेअसर नहीं होगी. इससे मुल्क के बीच अमन चैन और तरक्की दिखेगा. आदमी जब किसी भी मजहब के अंदर जाएगा तो दिल की भावनाओं से प्रभावित होकर जाएगा. अगर कोई जबरन या लालच में ऐसा करता है तो वो कभी कामयाब नहीं होगा.
जबरन धर्मांतरण, लव जिहाद जैसे सवालों पर अरशद मदनी ने कहा कि जबरन धर्म परिवर्तन कराना गलत है. अपनी मर्जी से लेकिन कोई किसी भी धर्म को अपना सकता है. उत्तराखंड सरकार द्वारा धर्मांतरण कानून पर अरशद मदनी ने कहा कि हुकूमत ऐसे कानून नहीं बना सकती. हर इंसान को अपने पसंद के धर्म को अपनाने का अधिकार है. हम इस कानून से सहमत नहीं हैं. जो फिरकापरस्त सियासी दल हिंदू मुस्लिम को एक दूसरे से लड़ाने का काम कर रही हैं. पर्सनल लॉ में दखल नहीं देना चाहिए.
आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी की ओर से भगवा शाल पहनाने पर अरशद मदनी का कहना है कि इनके द्वारा यह मुझे सम्मान दिया गया है यह मेरे लिए खुशी की बात है.
निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कहा कि मदनी के साथ कई अहम विषयों पर चर्चा की. मदनी देश के शीर्ष मुस्लिम धर्मगुरु हैं. उनका संदेश देश ही नहीं, दुनिया के मुस्लिम लोगों को प्रेरित करता है. इसलिए हमारी कोशिश है कि इस मुलाकात से देश और समाज में सकारात्मक संदेश जाए. हर हालात में हम देश के साथ हैं और हमारे द्वारा अरशद मदनी को शॉल और उत्तराखंड की टोपी पहना कर सम्मान दिया गया.
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