कुलदीप नेगी/ देहरादून: बेरोजगार युवाओं पर हुए लाठीचार्ज (Lathicharge) को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान से सियासी गलियारों में हलचल मच गई है. पूर्व मुख्यमंत्री रावत के ब्यान ने धामी सरकार को मुश्किलों में खड़ा कर दिया है.  त्रिवेंद्र सिंह ने देहरादून में हाल ही में हुए छात्र और छात्राओं पर लाठीचार्ज पर माफी मांग कर धामी सरकार को असहज कर दिया है. 


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धामी सरकार को करना पड़ा किरकिरी का सामना
युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर धामी सरकार को बेरोजगार युवाओं का विरोध करना पड़ा हो तो वहीं आम जनता से भी सरकार की काफी किरकिरी हुई है.  इसी के बीच पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान ने धामी सरकार को और भी ज्यादा मुश्किलों में ला खड़ा कर दिया है.  


भाजपा ने लाठीचार्ज को बताया दुर्भाग्यपूर्ण 
तमान विरोध और बयानों के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद (Member of parliament) नरेश बंसल ने शनिवर को कहा कि लाठीचार्ज दुर्भाग्यपूर्ण होता है. छात्र और छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि  इस घटना में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तत्काल जांच बिठाई है. और मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है.  भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान को उनकी व्यक्तिगत राय का करार दिया है. 


कांग्रेस  ने किया त्रिवेंद्र पर वार 
कांग्रेस प्रवक्ता  ने त्रिवेंद्र रावत पर तंज कसते हुए कहा कि माफी सीएम पुष्कर सिंह (Pushkar Singh Dhami) धामी को मांगनी  चाहिए और त्रिवेंद्र रावत को पश्चाताप करना चाहिए क्योंकि उनके कार्यकाल में तो गैरसैंण में प्रदर्शन कर रही मातृशक्ति पर लाठीचार्ज हुआ था.