राम अनुज/देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में एसडीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है. एसटीएफ ने एक आरोपी और गिरफ्तार किया गया है, अब तक कुल 17 गिरफ्तारी हो चुकी हैं. हिरासत में लिए गए टीचर तनुज शर्मा ने कई बड़े राज खोले हैं. वहीं एसटीएफ ने गलत साधनों से एग्जाम को क्लियर करने वाले अभ्यर्थियों को अल्टीमेटम दिया है कि अगर वह सामने नहीं आए तो उनकी गिरफ्तारी भी की जा सकती थी. 


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बता दें कि 22 जुलाई 2022 को थाना रायपुर पर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन चयन आयोग द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक आउट होने के मामले में दर्ज मुकदमे की विवेचना स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा की जा रही है. जिसमें स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा अब तक कुल 16 आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका था. जिसके बाद एक और आरोपी की गिरफ्तारी की गई है. 


दरअसल, विवेचना के दौरान अहम सबूतों के आधार पर तनुज शर्मा को एसटीएफ टीम द्वारा पूछताछ के लिए लाया गया था. शिक्षक तनुज शर्मा से की गई पूछताछ और विवेचना के दौरान मिले अहम सबूतों के आधार पर उसको एसटीएफ द्वारा देर रात गिरफ्तार किया गया. बता दें, तनुज शर्मा राजकीय इंटर कॉलेज नैटवाड़ मोरी में फिजिकल टीचर है. जो रायपुर चौक थाना रायपुर जनपद देहरादून का रहने वाला है. 


वहीं, एसटीएफ को ऐसे दर्जनों अन्य परीक्षार्थी के बारे में पक्की जानकारी मिली है, जो पेपर लीक से पास हुए हैं. फिजिकल टीचर तनुज शर्मा की पूछताछ में परीक्षा लीक मामले का मुख्य सरगना एवं कुछ अन्य के संबंध में जरूरी जानकारी मिली हैं. आरोपी ने करीब 20 अभ्यर्थियों को अपने घर में परीक्षा से पहले रात को प्रश्न पत्र और उसके उत्तर याद कराए थे. साथ ही कुछ छात्रों को देहरादून से दूसरी जगह पर ले जाकर भी पेपर लीक किया गया. जिनके संबंध में सबूत इक्ट्ठा करने और विवेचना की कार्रवाई जारी है. 


इसके अलावा एसटीएफ ने अपील की जारी की है, जिसमें ऐसे सभी अभ्यर्थियों को आगाह किया गया है. जिन्होंने गलत साधनों से एग्जाम को क्लियर किया है वो खुद से सामने आकर बयान दर्ज कराएं. वरना जल्दी ही उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है. 


जानिए क्या है पूरा मामला
बता दें कि उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग ने बीते दिसंबर में स्नातक स्तरीय परीक्षा का आयोजन किया था. जिसके बाद से इसमें धांधली की खबरें सामने आती रहीं. बीती 22 जुलाई को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश पर रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. जिसके बाद मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी. अब एसटीएफ मामले की कड़ियों को जोड़कर जांच में जुटी हुई है.