देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा का सत्र दूसरे दिन आज यानी बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया. जिस पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि सरकार सदन को अधिक दिनों तक नहीं चलाना चाहती है क्योंकि सरकार के पास कोई काम नहीं है. उनका कहना है कि विपक्ष कई मुद्दों को उठाना चाहता था,मगर सरकार ने 2 दिन में ही सदन की कार्यवाही को समाप्त कर दिया. सरकार ने 14 विधेयक को सदन के पटल पर रखा.


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पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि जिस तरह से सरकार उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता अधिनियम को लेकर आई है, यह उत्तराखंड में धर्मांतरण करने वालों के लिए एक कठोर कानून होगा. धर्मांतरण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. प्रदेश में महिला आरक्षण पर नैनीताल भाजपा विधायक सरिता आर्य ने सरकार को बधाई दी है. उन्होंने कहा, उत्तराखंड सरकार महिलाओं के उत्थान को लेकर बड़े कदम उठा रही है.


संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल का कहना है कि सरकार ने सदन में कुल 14विधेयक को सदस्य पास कराया है. उनका कहना है कि सरकार ने विपक्ष के सभी सवालों का जवाब भी दिया, सरकार उत्तराखंड के विकास को लेकर गंभीर है. वहीं, विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी का कहना है कि सभी विधायकों से आग्रह किया गया है जब भी सदन की कार्यवाही चले तो मोबाइल का इस्तेमाल ना करें. सदन की गरिमा को बनाकर रखने में सभी विधायकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है. 


वहीं, एक सवाल के जवाब में कहा कि विधानसभा का सत्र शांतिपूर्ण तरीके से चला है. सरकार के पास जितना काम था उस हिसाब से सत्र अच्छा चला है.उन्होंने कहा कि किसी विधायक के निजी स्वार्थ के लिए सत्र को चलाना ठीक नहीं है. क्योंकि सत्र टैक्सपेयर के पैसों से चलता है. अगर सरकार के पास और काम होता तो सत्र को और आगे चलाया जा सकता था. 


आपको बता दें कि विधानसभा का सत्र 5 दिसंबर के लिए प्रस्तावित था. मगर 2 दिन में ही सत्र की कार्यवाही पूरी हो गई. आरक्षण विधेयक के पास होने पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने प्रदेश देश की महिलाओं को बधाई दी है, उनका कहना है कि इससे उन्हें काफी लाभ मिलेगा.