Smoking Karne Se kya Hota Hai: सिगरेट का धुंआ तुरंत शरीर में जहर की तरह फैलने लगता है. इसलिए एक सिगरेट का पीने से भी कई हेल्थ प्रॉब्लम का सामना करना पड़ सकता है.
Trending Photos
सिगरेट पीना आज के समय में एक ट्रेंड हो गया है. या यूं कहें कि कूल दिखने का एक सिंबल बन गया है. हर उम्र के लोगों को हाथ में सिगरेट लिए देखा जा सकता है.
हालांकि, शुरुआत हमेशा एक सिगरेट से होती है. जिसे लोग अक्सर सेफ समझ कर पी लेते हैं. लेकिन वास्तव में एक कश से भी बॉडी का फंक्शन निगेटिव तरीके से प्रभावित होने लगता है. ऐसे में यदि आप रेगुलर सिगरेट न पीकर कभी-कभी भी इसका सेवन करते हैं, तो जान लें कि यह कितना जानलेवा हो सकता है-
हार्ट रेट बढ़ता है
निकोटीन एड्रेनालाईन के स्राव को उत्तेजित करता है, एक हार्मोन जो हार्ट रेट को बढ़ाता है. इससे धूम्रपान के बाद सेकंड से लेकर मिनटों के भीतर हार्ट बीट तेज हो जाता है.
हाई बीपी
निकोटीन खून की नलियों को सिकोड़ देती है, जिससे बीपी हाई होने लगता है. ऐसे में बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर हार्ट पर दबाव डालता है और हार्ट डिजीज के खतरे को बढ़ाता है.
इसे भी पढ़ें- धमनियों में ट्रैफिक जाम कर देते हैं ये ड्रिंक्स, नहीं पहुंचता शरीर में खून, कभी भी आ सकता है हार्ट अटैक- स्ट्रोक
ऑक्सीजन सप्लाई में गिरावट
तंबाकू के धुएं में कार्बन मोनोऑक्साइड होता है, जो रक्त प्रवाह में ले जाने योग्य ऑक्सीजन की मात्रा को कम करती है.
ब्लड क्लॉटिंग
स्मोकिंग प्लेटलेट्स के कार्य को बदलकर और धमनियों में प्लाक के निर्माण को बढ़ावा देकर ब्लड क्लोटिंग को बढ़ावा दे सकता है. ऐसे में दिल का दौरा या स्ट्रोक का जोखिम कई गुना तक बढ़ जाता है.
इसे भी पढ़ें- खून को गाढ़ा बनाती हैं लाइफस्टाइल की ये आदतें, बढ़ जाता है ब्रेन में ब्लड क्लॉटिंग का रिस्क
धमनियों में ऐंठन
कोरोनरी और अन्य धमनियां गंभीर ऐंठन में जा सकती हैं. इससे बीपी बढ़ने लगता है. कोरोनरी ऐंठन हार्ट की मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह को तीव्रता से कम कर सकती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.