Uttarakhand Congress: सभी को खुश करने के लिए पूर्व में कांग्रेस में सचिव महासचिव और अन्य पदों को रेवड़ी की तरह बांटा गया. अब चुनाव में एक बार फिर मिली हार के बाद कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं. माहरा ने कहा कि अब काम के आधार पर ही पद मिलेंगे. जिन्हें पद दिया गया, उसमें से अधिकतर लोग निष्क्रिय बैठे हैं. ऐसे लोगों की पार्टी को जरूरत नहीं है. इसके साथ ही, प्रदेश अध्यक्ष ने साफ किया कि पुष्कर सिंह धामी जहां से उप चुनाव लड़ेंगे, कांग्रेस वहां अपना मजबूत प्रत्याशी उतारेगी.


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आलाकमान की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश
प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद माहरा के सामने कुछ चुनौतियां जरूर आईं, लेकिन अब यह माना जा रहा है कि कांग्रेस उन चुनौतियों से बाहर निकल चुकी है. कांग्रेस में जिस तरह की गुटबाजी दिखाई दे रही थी, अब वह थमती नजर आ रही है. आलाकमान ने माहरा को जिन उम्मीदों से प्रदेश अध्यक्ष बनाया, उन उम्मीदों पर करण माहरा खरे उतरने की कोशिश कर रहे हैं.


गुटबाजी का निकाला है इलाज
पुरानी चली आ रहीं चीजों को दुरुस्त करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास इसका एक ही उपाय है. पार्टी संगठन, आम कार्यकर्ताओं को साथ लें. जो ईमानदार कार्यकर्ता हैं, कांग्रेस केवल उन्हीं को साथ लेकर चलेगी. हर गुटबाजी का इलाज, चुनाव जीतने का इलाज और संगठन को अच्छा बनाने का इलाज यही है.


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कार्यकारिणी छोटी बनाएंगे
करण माहरा का कहना है कि वह चाहते हैं कि छोटी से छोटी कार्यकारिणी बनें. क्योंकि 300-400 की कार्यकारिणी से काम लेना बहुत मुश्किल हो जाता है. एक कहावत है कि ज्यादा बिल्लियों में चूहा कभी नहीं मरता. इसलिए हम छोटी और प्रभावशाली कार्यकारिणी बनाएंगे. उनका लक्ष्य है कि पीसीसी का हर एक सदस्य सभी 70 विधानसभाओं में विजिट करे और संगठन को मजबूत करने का काम करे.


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