राम अनुज/देहरादून: विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्ती की जांच को लेकर विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. जबकि, सोशल मीडिया में विधानसभा में हुई भर्तियों की सूची भी वायरल हो रही है. हालांकि, जी मीडिया सोशल मीडिया में वायरल हो रही विधानसभा भर्ती की सूची की पुष्टि नहीं करता है.

 

विधानसभा अध्यक्ष ने लिया एक्शन

आपको बता दें कि विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्तियों की जांच के लिए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. जो पूरे मामले की जांच करेगी. एक महीने में कमेटी रिपोर्ट ऋतु खंडूरी को सौपेंगी, लेकिन पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया में विधानसभा की भर्तियों को लेकर तरह-तरह की लिस्ट भी वायरल हो रही हैं. लिस्ट में सैकड़ों नाम भी शामिल है. जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.


 

भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा

आपको बता दें कि जी मीडिया किसी तरह से इसकी पुष्टि नहीं करता. वहीं, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र भसीन का कहना है कि विधानसभा की भर्ती में हुई गड़बड़ी के मामले को लेकर ही विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है.

 

बता दें 2012 से लेकर 2017 तक तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने 158 पदों पर नियुक्ति दी थी. अब सोशल मीडिया में यह लिस्ट वायरल हो रही है. वहीं, 2017 से 2022 तक तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल ने नियुक्तियां की थीं.

 

जांच के बाद सच्चाई आएगी सामने

दरअसल, 72 पद बताए जा रहे हैं, मगर किसी भी पत्र की जी मीडिया कोई पुष्टि नहीं करता है. ऐसे में कमेटी पूरे मामले की जांच करेगी. जिससे दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. फिलहाल, जो लिस्ट सोशल मीडिया में वायरल हो रही है उसकी भी जांच के बाद सच्चाई सामने आ पाएगी.

 


मामले में कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा

कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता लखपत बुटोला का कहना है कि विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्तियों के मामले में जो भी भाई भतीजावाद अपनाया गया है उसका खुलासा होना जरूरी है. चाहे वह भाजपा के नेता हो या कांग्रेस पार्टी के हो, उसका खुलासा होना चाहिए. उनके खिलाफ सरकार को सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. आखिर इतने पदों पर किस तरह से भर्तियां की गई. उन्होंने कहा कि भविष्य में इस तरह से गड़बड़ी ना हो.

 

WATCH LIVE TV