Uttarakhand Avalanche : उत्तरकाशी में टूटा ग्लेशियर, 10 पर्वतारोहियों की मौत और 19 की तलाश जारी
Uttarkashi Avalanche News : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भारी भूस्खलन हुआ है.
Avalanche : हेमकांत नौटियाल/देहरादून - उत्तराखंड के उत्तरकाशी (Uttarkashi) में मंगलवार को बर्फ का बड़ा पहाड़ टूटा, जिससे बड़ी आपदा सामने आई. उत्तरकाशी में हजारों फीट ऊंचाई पर स्थित द्रौपदी का डांडा में अचानक आए एवलांच में 29 पर्वतारोही फंस गए. घंटों चले ऑपरेशव के बाद इन पर्वतारोहियों में से 10 के शव बरामद कर लिए गए हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी के जवान बचाव अभियान में जुटे हुए हैं. 19 लोगों की तलाश युद्धस्तर पर जारी है. NDRF ITBP SDRF की टीमें हेलीकॉप्टरों के जरिये घटनास्थल तक पहुंची हैं. पर्वतारोहियों के शव बरामद होने की सूचना न्यूज एजेंसी पीटीआई ने दी है. हालांकि शाम को अचानक बारिश से रेस्क्यू मिशन में दिक्कतें आ रही हैं.
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, NIM (Nehru Mountaineering Institute in Uttarkashi) उत्तरकाशी के भुक्की के पास चल रहे बेसिक और एडवांस कोर्स के प्रशिक्षणार्थी मंगलवार सुबह पर्वतारोहण की ट्रेंनिंग के लिए द्रोपदी के डण्डा पहुंचे थे. इस जगह क ऊंचाई करीब ऊंचाई 5006 मीटर है. यहां अचानक एवलांच आने 29 से प्रशिक्षणार्थी फंस गए. आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया ट्रेकिंग में प्रशिक्षक और प्रशिक्षणार्थी सहित कुल 175 लोग थे.
पटवाल ने बताया, इस आपदा में 29 लोग एवलांच की चपेट में आए. 8 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है. 21 लोगों का रेस्क्यू कार्य जारी है. बचाव कार्य के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है. NDRF, SDRF, ITBP और सेना के जवान राहत एवं बचाव कार्य के ऑपरेशन में जुटे हैं.
द्रौपदी का डांडा 2 पर्वत चोटी में फंसे के नेहरू पर्वतारोही संस्थान के ट्रेनिंग उत्तरकाशी में फंसे हैं. 28 ट्रेनी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट करके ये जानकारी दी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से की मदद को लेकर फोन पर वार्ता की है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हर संभव मदद कर आश्वासन दिया है. सभी को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
उधर हल्द्वानी से मिली खबर के अनुसार, 6 और 7 अक्टूबर को कुमाऊं क्षेत्र में मौसम के ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए डीएम ने आदेश जारी किया है. सभी अधिकारियों को मुख्यालय पर रहने के आदेश दिए गए हैं. संवेदनशील जगहों पर जेसीबी तैनात करने को कहा गया है. प्रत्येक घंटे की आपदा संबंधी सूचना कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराने के भी निर्देश डीएम नैनीताल की ओऱ से दिए गए हैं.