स्युणा नदी में बह गई लड़की तो हाईवे पर मचा हाहाकार, उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के श्रद्धालु घंटों फंसे
Uttarkashi News : गुस्साए ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप. गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाए जाने से चारधाम यात्रा पर भी असर पड़ा. चारधाम के यात्री घंटों जाम में फंसे रहे.
उत्तरकाशी : उत्तरकाशी में स्युणा पुल से एक युवती नदी में बह गई. इससे गुस्साए ग्रामीणों ने गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया. इसके चलते गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 2 किलोमीटर वाहनों की कतार लग गई. गुस्साए ग्रामीणों का कहना है कि जिला प्रशासन की ओर से मौके पर कोई अधिकारी नहीं पहुंचा. जिला प्रशासन के अधिकारी की ओर से काई कार्रवाई नहीं की जा रही. वहीं, गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाए जाने से चारधाम यात्रा पर भी असर पड़ा. स्युणा पुल से नदी में बही युवती का जिला अस्पताल का इलाज चल रहा है.
स्थाई पुल से गुजरने को मजबूर ग्रामीण
वहीं, दूसरी ओर उत्तरकाशी मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर स्यूणा गांव के स्कूली बच्चे और ग्रामीण जान जोखिम में डालकर गंगा नदी पर स्वयं के संसाधनों से बनाई अस्थाई लकड़ी की पुलिया से आवागमन करने को मजबूर हैं. ग्रामीण प्रतिवर्ष जब नदी का जलस्तर कम होता है तो गांव के पास ही नदी में अस्थाई लकड़ी का पुल तैयार करते हैं, क्योंकि गांव में आवागमन करने के लिए कोई भी स्थाई पुल नहीं है.
पुल से गुजरना खतरे से खाली नहीं
गांव वाले, स्कूली बच्चे, बीमार और बुजुर्ग इसी लकड़ी की पुलिया से आते जाते हैं. हालांकि इस अस्थाई लकड़ी की पुलिया पर आवागमन करना खतरे से खाली नहीं है. एक चूक जिंदगी पर भारी पड़ सकती है. ग्रामीणों का कहना है कि जिला प्रशासन ने गांव के लिए एक ट्रॉली भी लगा रखी है, लेकिन ट्रॉली के रस्से जाम हो रखे है. इस कारण ग्रामीण इस लकड़ी के पुल से आवागमन कर कर रहे हैं.
स्थाई पुल बनाने की मांग
वहीं स्कूली बच्चों का कहना है कि इस पुलिया से आने जाने में बहुत डर लगता है. एक पैदल रास्ता भी है लेकिन वह भी जोखिम भरा है. स्कूली बच्चों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से आवागमन के लिए स्थाई पुल की मांग की है.
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