Uttrakhand: दूसरा केदार कहे जाने वाले तुंगनाथ में हुआ बज्रपात, इतना हुआ नुकसान
रुद्रप्रयाग जनपद में विश्व का सबसे ऊंचा शिव मंदिर है. इस शिव मंदिर को तुंगनाथ कहा जाता है. खबर आ रही है कि तुंगनाथ मंदिर से एक किमी की दूरी पर चंद्र शिला में बज्रपात हुआ है. यहां पर इतने लोग बेहोश हो गए हैं.
Tungnath: तुंगनाथ उत्तराखण्ड गढ़वाल के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित एक पर्वत है. तुंगनाथ पर्वत पर भगवान शिव का मंदिर है. इस मंदिर को लोग तुंगनाथ के नाम से जानते हैं. यह मंदिर समुद्र तल से 3460 मीटर की ऊँचाई पर बना हुआ है और पंच केदारों में सबसे ऊँचाई पर स्थित है. इस मंदिर से एक बुरी खबर आई है. उत्तराखंड में इस बार यात्रा पर मौसम का बड़ा बुरा असर हुआ है. जब से यात्रा शुरू हुई है तब से मौसम खराब ही है. इससे यात्री और स्थानीय लोग दोनों बड़े परेशान हैं.
खबर है कि तुंगनाथ मंदिर के पास ही बज्रपात हुआ है. इस बज्रपात से 2 लोगों के बेहोश होने की खबर है. सूचना मिलने के बाद डीडीआरएफ, एसडीआरएफ व पुलिस बल को मौके के लिए रवाना कर दिया गया है. ॉ
सूचना देते हुए आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रावत ने बताया कि आज शांय लगभग 6 बजे जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र रुद्रप्रयाग में सूचना प्राप्त हुई की तुंगनाथ चोपता स्थान चंद्रशिला में वज्रपात की चपेट में आने के कारण 2 यात्री अचेत अवस्था में बेहोश हो गए हैं. सूचना मिलते ही जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र द्वारा डीडीआरएफ टीम उखीमठ, एसडीआरएफ अगस्त्यमुनि व पुलिस बल को मौके के लिए रवाना किया. पूरी खबर मिलने पर अपडेट किया जाएगा.