Dev Deepawali 2024: हिंदू धर्म में देव दीपावली का खास महत्व होता है. दीपावली के बाद कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि पर देव दिवाली मनाई जाती है. ऐसा कहा जाता है कि इसी दिन भगवान शिव (Lord Shiva) ने देवताओं को त्रिपुरासुर नाम के राक्षस के आतंक से मुक्ति दिलाई थी. इसी खुशी में बैकुंठ लोक में देवताओं ने दीप जलाकर खुशियां मनाई थीं. इसीलिए हर साल इस पर्व को देव दीपावली के रूप में मनाया जाता है. इस साल देव दिवाली 15 नवंबर, शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी. इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ वाराणसी में 91.06 करोड़ रुपये की लागत से पुननिर्मित 'नमो घाट' का उद्घाटन करेंगे. उनके साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के अलावा केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह भी रहेंगे.


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देव दीपावली से जुड़े कार्यक्रम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, काशी के 84 घाटों, कुंडों, तालाबों और देवालयों में 17 लाख से अधिक दीप जलाए जाएंगे.  देव दीपावली पर बाबा विश्वनाथ की विशेष पूजा की जाएगी इसके बाद देव दीपावली से जुड़े कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे. देव दीपावली पर  चेतसिंह घाट पर लेजर शो 5:30 बजे, 7:00 बजे, 8:00 बजे और 8:45 बजे चार बार चलेगा.  3डी लेजर प्रोजेक्शन मैपिंग शो, लेजर लाइट एंड साउंड शो 25 मिनट का होगा जो कुछ अंतराल में कई बार दिखाया जाएगा. 


75 फुट लंबी 'नमो नम: मूर्ति
भारत में भगवान शिव की नगरी काशी, हरिद्वार, प्रयागराज में धूमधाम से देव दीपावली मनाई जाती है. इस दिन दीपदान (Deepdan) करने का भी खास महत्व होता है.  वाराणसी घाट पर धातु की बनी 75 फुट लंबी 'नमो नम: मूर्ति की वजह से इस घाट का नाम 'नमो घाट' रखा गया है. 


विवेकानंद क्रूज 
प्रशासन की तरफ  से सभी वीवीआईपी अतिथियों के लिए विवेकानंद क्रूज रिजर्व किया गया है. इसी क्रूज से वह नमो घाट पर देव दीपावली का कार्यक्रम भी देखेंगे. यहां से देव दीपावली के साथ ही वह लेजर शो और आतिशबाजी भी देखेंगे.  कार्यक्रम के यूपी सरकार के कई मंत्री, सांसद भी शामिल होंगे। क्रूज के आसपास जल पुलिस और एंबुलेंस रहेगी.


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