संतोष कुमार/प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एक प्रोफेसर द्वारा भगवन राम और कृष्ण पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का मामला सामने आया है. इसको लेकर  विश्व हिंदू परिषद (विहिप), हिंदू जागरण मंच और बजरंग दल की संयुक्त टीम ने रविवार (22 अक्टूबर) को प्राथमिकी दर्ज कराई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह है पूरा मामला 
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में बतौर सहायक प्रोफेसर हरिजन पर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल इ आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है कि प्रोफेसर अक्सर अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ के माध्यम से  हिन्दू देवी देवताओं पर अभद्र और नफरती टिप्पणी करके अपमानित करते हैं. 


भगवान राम को भेज देता जेल 
मिली जानकारी के मुताबिक डॉ. हरिजन ने अपने ‘एक्स’ पर भगवान राम और कृष्ण पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए लिखा कि "यदि आज प्रभु राम होते तो मैं ऋषि शम्बूक का वध करने के लिए उनको IPC की धारा 302 के तहत जेल भेजता देता इसके अलावा प्रोफेसर ने भगवन कृष्ण पर भी विवादित पोस्ट की उन्होंने लिखा यदि आज कृष्ण होते तो उनको भी जेल भेजता." 


अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उठा रहे गलत फायदा 
विश्व हिंदू परिषद के शुभम ने इस मामले में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि "भारतीय संविधान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता देता है, लेकिन विक्रम हरिजन समाज में अशांति फैलाने का काम कर रहे है. ऐसे लोग अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गलत फायदा उठा रहे हैं. शुभम ने कहा कि शायद प्रोफेसर इस बात से अंजान है कि संविधान उन्हें इस प्रकार के विवादित ब्यान और हिंदू देवी देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने की अनुमति  कतई नहीं देता है. प्रोफेसर डॉ. हरिजन गलत कर रहे हैं. 


संविधान के दायरे में रहकर यह बात लिखी"
इस मामले में जब डॉ. हरिजन से पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मैंने संविधान के दायरे में रहकर यह बात लिखी है. भगवान राम ने शम्भुक का वध इसलिए किया था क्योंकि शम्भुक शूद्र जाति के थे और बच्चों को शिक्षा दे रहे थे." उन्होंने कहा, "श्रीकृष्ण स्त्रियों का वस्त्र लेकर भाग जाते थे. मेरा कहना है कि आज के समय में ऐसा होता तो क्या कोई महिला यह बर्दाश्त करती."


WATCH: दिवाली से पहले ही सांसों में घुलने लगा जहर, विशेषज्ञ से जानें बच्चे और गर्भवती महिलाओं को कितना खतरा