भारत रत्न बिस्मिल्ला खां के बेटे और शहनाई के उस्ताद जामिन हुसैन खां नहीं रहे
जामिन के परिवार में पत्नी, पांच पुत्रियां और पुत्र आफाक हैदर हैं. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि अब शहनाई की परंपरा को आगे बढाने वालों में सिर्फ उस्ताद बिस्मिल्ला खां के पोते आफाक हैदर रह गये हैं.
वाराणसी (उत्तर प्रदेश): शहनाई के उस्ताद भारत रत्न बिस्मिल्ला खां के तीसरे बेटे उस्ताद जामिन हुसैन खां का निधन हो गया है. जामिन हुसैन 74 साल के थे. शनिवार (10 फरवरी) सुबह छह बजे कालीमहल स्थित अपने आवास पर उस्ताद जामिन हुसैन ने अंतिम सांसें लीं. उनका निधन ना सिर्फ परिवार वालों बल्कि शहनाई के चाहने वालों के लिए भी अपूरणीय क्षति है. जामिन का इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक उन्हें किडनी की बीमारी थी. हुसैन के परिजनों ने बताया कि वह पिछले दो वर्ष से मधुमेह और अन्य बीमारियों से पीड़ित थे. उनका कफन-दफन दरगाह फातमान में शाम पांच बजे होगा.
जामिन के परिवार में पत्नी, पांच पुत्रियां और पुत्र आफाक हैदर हैं. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि अब शहनाई की परंपरा को आगे बढ़ाने वालों में सिर्फ उस्ताद बिस्मिल्ला खां के पोते आफाक हैदर रह गये हैं.
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उस्ताद जामिन हुसैन ने भी अपनी शहनाई से खूब सुर्खियां बटोरीं. हर कोई उनकी शहनाई की धुन का मुरीद रहा है. यही वजह है कि उनके निधन से चहुंओर शोक की लहर है. माना जा रहा है कि उस्ताद हुसैन के साथ ही शहनाई की दूसरी पीढ़ी का भी अंत हो गया.