मनमोहन सिंह का बॉडीगार्ड रहा ये शख्स अब यूपी सरकार में है मंत्री, पूर्व पीएम को याद कर शेयर किया दिलचस्प किस्सा

Manmohan Singh bodyguard Asim Arun: अर्थशास्त्री से राजनेता बने मनमोहन सिंह की सादगी पर प्रकाश डालते हुए असीम अरुण ने बताया कि उनके पास सिर्फ एक कार थी और एक मामूली मारुति 800 थी.  

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Dec 27, 2024, 01:13 PM IST
  • सिंह 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे
  • अर्थशास्त्री से राजनेता बने मनमोहन की सादगी के दीवाने लोग
मनमोहन सिंह का बॉडीगार्ड रहा ये शख्स अब यूपी सरकार में है मंत्री, पूर्व पीएम को याद कर शेयर किया दिलचस्प किस्सा

UP minister Asim Arun: भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी और प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान विशेष सुरक्षा समूह (SPG) के पूर्व प्रमुख असीम अरुण ने दिवंगत नेता के अपनी मारुति 800 के प्रति गहरे लगाव को याद किया.

उत्तर प्रदेश के कन्नौज सदर से विधायक असीम अरुण ने गुरुवार रात 92 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स में मनमोहन सिंह के निधन के एक दिन बाद अपनी यादें सोशल मीडिया पर साझा कीं.

अर्थशास्त्री से राजनेता बने मनमोहन सिंह की सादगी को दर्शाते हुए असीम अरुण ने कहा कि उनके पास सिर्फ एक कार थी. एक मामूली मारुति 800, जिसे वे बहुत संजो कर रखते थे.

असीम अरुण ने X पर लिखा, 'मैंने 2004 से शुरू करके लगभग तीन साल तक उनके अंगरक्षक के रूप में काम किया. विशेष सुरक्षा समूह (SPG) प्रधानमंत्री को सबसे करीबी सुरक्षा प्रदान करता है. मुझे करीबी सुरक्षा दल का नेतृत्व करने का अवसर मिला. करीबी सुरक्षा दल के सहायक महानिरीक्षक के रूप में, मैं कभी भी प्रधानमंत्री से दूर नहीं रहा. अगर सिर्फ एक अंगरक्षक की अनुमति होती, तो वह मैं होता. इसलिए, मेरी जिम्मेदारी उनके साथ छाया की तरह रहना था.'

मनमोहन सिंह की सादगी
असीम अरुण ने मनमोहन सिंह की सादगी पर भी प्रकाश डाला, उन्होंने कहा, 'डॉ. सिंह के पास सिर्फ एक कार थी, मारुति 800, जो पीएम हाउस में चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी.

वह अक्सर मुझसे कहते थे, 'असीम, मुझे इस कार में यात्रा करना पसंद नहीं है; मेरी गाड़ी यही (मारुति) है. मैं उन्हें कहता था कि यह कार आपकी विलासिता के लिए नहीं है, बल्कि इसमें वे सुरक्षा सुविधाएं हैं जो एसपीजी को चाहिए. हालांकि, जब भी काफिला मारुति के पास से गुजरता था, तो वह इसे हसरत भरी निगाहों से देखते थे, मानो एक मध्यम वर्गीय व्यक्ति के रूप में अपनी पहचान की पुष्टि कर रहे हों जो आम आदमी की परवाह करता है. महंगी कारें प्रधानमंत्री की थीं; मेरी यह मारुति है.'

अपने शांत स्वभाव, विनम्रता और बुद्धिमत्ता के लिए जाने जाने वाले सिंह 1991 में वित्त मंत्री के रूप में आर्थिक सुधार के प्रतीक बने और बाद में 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे.

पीएम नरेंद्र मोदी ने मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी
शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंह के निधन को राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति बताया और कहा कि लोगों और देश के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का हमेशा सम्मान किया जाएगा.

एक वीडियो संदेश में, मोदी ने सिंह की जीवन यात्रा को याद किया, जब उनका परिवार विभाजन के बाद सब कुछ छोड़कर भारत आ गया था.

उन्होंने कहा कि उनका जीवन हमेशा आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सबक के रूप में काम करेगा कि कैसे कोई व्यक्ति अभाव से ऊपर उठ सकता है और सफलता की ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर सकता है.

मोदी ने कहा कि सिंह, जिनका गुरुवार को 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया, उनको हमेशा एक सभ्य इंसान, विद्वान, अर्थशास्त्री और सुधारों के लिए समर्पित नेता के रूप में याद किया जाएगा.

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