Jaunpur News/अजीत सिंह: उत्तर प्रदेश के जौनपुर से एक बहुत बड़ा चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां दो बुजुर्ग महिलाएं "साहब मैं जिन्दा हूं" की तख्ती लेकर डीएम ऑफिस पहुंच गई. बुजुर्गों द्वारा ऐसी तख्ती लगाकर पहुंचते ही ऑफिस में हड़कंप मच गया. डीएम ने तत्काल महिलाओं को बुलाकर उनका दर्द सुना. महिलाओं ने बताया कि उन्हें वृद्धा पेंशन मिल रही थी. लेकिन बीते दो वर्षों से विभाग ने दोनों को मृत दिखाकर पेंशन देनी बंद कर दी. 


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कई बार की शिकायत
बुजुर्ग महिलाओं ने आगे बताया कि हम लोगों ने कई बार समाज कल्याण विभाग जाकर लिखित रूप से इसकी शिकायत की. फिर कैसे हमें मुर्दा दिखाकर पेंशन बंद कर दी गई. विभाग के अधिकारी, कर्मचारी बात सुनने को तैयार नहीं हैं. डीएम ने तत्काल पेंशन बहाल करने तथा इस मामले का जांच का आदेश दिया है. 


केराकत तहसील का है मामला
आपको बता दें कि पूरा मामला केराकत तहसील के बीबनमऊ गांव का है. जहां की निवासी शांति W/o जयराम और केवला देवी W/o श्रीराम निषाद सीने पर पर "साहब मैं जिन्दा हूं" लिखा हुआ तख्ती लगाकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गईं. उस समय डीएम जनसुनवाई कर रहे थे. यह देखकर वे भी चौंक गए. महिलाओं ने जिलाधिकारी से बताया कि हम लोगों को वृद्धा पेंशन का लाभ मिल रहा था. लेकिन जांच अधिकारी ने हम लोगों को मुर्दा घोषित करके पेंशन बंद कर दिया. हम लोगों को दो वर्ष से पेंशन नहीं मिल रही है. हम लोगों ने कई बार सम्बंधित अधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया. लेकिन इसके बाद भी आज तक हम लोगों को पेंशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है.


जांच के दिए आदेश 
इस मामले की जानकारी मिलते ही डीएम रविंद्र कुमार ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल समाज कल्याण अधिकारी को फटकार लगाई. इसके साथ ही दोनों महिलाओं को पेंशन का लाभ दिलाने और जांच का आदेश दिया है. साथी कहा की जांच में दोषी पाए जाने वालों को सस्पेंड किया जाएगा.


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