Varanasi News: काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारी को मिलेगा कॉलेज प्रोफेसर के बराबर वेतन और साथ में छुट्टी भी
श्री काशी विश्वनाथ धाम में नियुक्त पुजारी कर्मचारी और सेवादारों की नियुक्ति के लिए नई सेवा नियमावली तैयार हो चुकी है. कई वर्षों बाद बनी सेवा नियमावली देश भर के देवस्थान मंदिर ट्रस्ट के लिए एक मिसाल होगी.
वाराणसी: श्री काशी विश्वनाथ धाम में नियुक्त पुजारी कर्मचारी और सेवादारों की नियुक्ति के लिए नई सेवा नियमावली तैयार हो चुकी है. कई वर्षों बाद बनी सेवा नियमावली देश भर के देवस्थान मंदिर ट्रस्ट के लिए एक मिसाल होगी. आपको बता दें कि सेवा नियमावली में समय-समय पर कर्मचारियों के पदोन्नति पर विचार किया जाता है, जिसमें पुजारी कर्मचारी और सेवादारों की छुट्टी भी मिल चुके इसका भी प्रस्ताव दिया गया है. काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडे ने बताया की नई नियमावली लागू होने के बाद पुराने पुजारी सेवादारों वी निशुल्क शास्त्री को अवसर दिया जाएगा और निशुल्क शास्त्री के साक्षात्कार के बाद नामित पुजारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा.
40 साल बाद बनी सेवा नियमावली
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने पुजारी, कर्मचारी और सेवादारों की नियुक्ति की नई सेवा नियमावली तैयार कर ली है. 40 साल बाद बनी सेवा नियमावली देश भर के देवस्थान, मंदिर और ट्रस्ट के लिए नजीर होगी. न्यास ने नियमावली तैयार करके परीक्षण के लिए मंडलायुक्त के पास भेज दिया है. सेवा नियमावली में समय-समय पर कर्मचारियों के पदोन्नति का भी प्रस्ताव दिया गया है. पुजारी, कर्मचारी और सेवादारों को छुट्टियां भी मिल सकेंगी.
पुराने पुजारी और निशुल्क शास्त्री को मिलेगा अवसर
न्यास अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पांडेय ने बताया कि नई सेवा नियमावली लागू होने के बाद भी पुराने पुजारी व निशुल्क शास्त्री को अवसर दिया जाएगा. पुराने पुजारियों को नई नियमावली का लाभ मिलेगा और निशुल्क शास्त्री के साक्षात्कार के बाद मानित पुजारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा. आपको बता दें कि 18 महीने पहले न्यास की 102वीं बैठक में सेवा नियमावली तैयार करने पर सहमति बनी थी. इसका प्रारूप तय करने के लिए 16 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था.
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