Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 2 दिवसीय यात्रा पूरी की. अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे के दूसरे दिन उन्होंने वाराणसी में स्वर्वेद मंदिर का उद्घाटन किया. इसके बाद प्रधानमंत्री ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित भी किया. पीएम ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा चल रही है. इस यात्रा के प्रति जागरूकता फैलाने का दायित्व आप सभी का है. यह सभी हमारे व्यक्तिगत संकल्प बनने चाहिए. 


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अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि काशी में बीता हर क्षण अपने आप में अद्भुत अनुभूतियों से भरा होता है. दो वर्ष पहले अखिल भारतीय विहंगम योग संस्थान के वार्षिकोत्सव में एकत्र हुए थे और एक बार फिर शताब्दी समारोह के ऐतिहासिक कार्यक्रम में आने का अवसर मिला. पीएम मोदी ने सोमवार 18 दिसंबर 2023 को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी दौरे के दूसरे दिन स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी वासियों को परिवारजनों कहकर अपना जुड़ाव स्थापित किया.


पीएम ने कहा कि संतों के सानिध्य में काशी के लोगों ने मिलकर विकास व नवनिर्माण के नए कीर्तिमान गढ़े हैं. सरकार, समाज और संत गण मिलकर काशी के कायाकल्प के लिए कार्य कर रहे हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय, प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, आचार्य स्वतंत्र देव जी महराज, संत प्रवर विज्ञान देव जी महराज आदि मौजूद रहे. 


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प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में वहां उपस्थित हजारों लोगों से नौ आग्रह किए और इसे अपने जीवन में संकल्प के रूप में उतारने को कहा. पीएम मोदी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि मेरे इन आग्रहों  को हमारे व्यक्तिगत संकल्प बनने चाहिए. 


पीएम ने लोगों से किए नौ आग्रह
पहला आग्रह- पानी की बूंद- बूंद बचाइए, जल संरक्षण के लिए अधिक से अधिक लोगों को जागरूक कीजिए. 
दूसरा आग्रह- गांव-गांव जाकर लोगों को डिजिटल लेनदेन के प्रति जागरूक कीजिए व ऑनलाइन पेमेंट सिखाइए.  
तीसरा आग्रह- अपने गांव-मोहल्ले-शहर को स्वच्छता में नंबर एक बनाने के लिए कार्य कीजिए. 
चौथा आग्रह- स्थानीय उत्पादों को प्रमोट कीजिए. मेड इन इंडिया प्रोडक्ट का प्रयोग कीजिए. 
पांचवां आग्रह- जितना हो सके,  पहले अपने देश को देखिए। अपने देश में घूमिए. जब तक पूरा देश नहीं देख लेते, विदेशों में जाने का मन नहीं बनाना चाहिए. धन्नासेठों से भी कहता हूं कि विदेशों में जाकर शादी क्यों करते हैं.  भारत में शादी करो.  
छठवां आग्रह- प्राकृतिक खेती के प्रति अधिक से अधिक किसानों को जागरूक करते रहिए. 
सातवां आग्रह- मिलेट्स (श्रीअन्न) को रोजमर्रा के खाने में शामिल कीजिए.  
आठवां आग्रह- फिटनेस (योग, खेल) को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाइए. 
नौवां आग्रह- कम से कम एक गरीब परिवार का संबल बनिए. भारत में गरीबी दूर करने के लिए यह जरूरी है.