सारनाथ से कुशीनगर, 5 हजार उपासक धम्म चारिका के जरिए पहुंचाएंगे बुद्ध का संदेश
सारनाथ वह स्थान है, जहां लगभग 528 ईसा पूर्व, 35 वर्ष की आयु में, भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था. यह वह स्थान है जहां बौद्ध संघ पहली बार अस्तित्व में आया. वहीं कुशीनगर में भगवान बुद्ध ने परिनिर्वाण प्राप्त किया था.
Varanasi News: यूपी के वाराणसी स्थित सारनाथ से धम्म चारिका पदयात्रा की शुरुआत होगी. यह यात्रा कुशीनगर तक चलेगी. यहां एक बड़ी धम्म सभा होगी. मिली जानकारी के अनुसार इस पदयात्रा में कुल 5 हजार उपासक हिस्सा लेंगे. ये 5 हजार उपासक सारनाथ से कुशीनगर तक की यात्रा तय करेंगे. इस महीने 16 नवंबर से यात्रा शुरू होगी और उपासक 8 दिसंबर को कुशीनगर पहुंचेंगे.
विदित हो कि सारनाथ वह स्थान है जहां भगवान बुद्ध ने उपदेश दिया था और कुशीनगर में उनका महापरिनिर्वाण हुआ था. इसलिए इन दोनों जगहों के बीच पदयात्रा की योजना बनाई गई है. इस यात्रा में उपासक कुल 500 किलोमीटर की यात्रा करेंगे.
यात्रा के दौरान रास्ते में अलग अलग स्थानों पर सभाएं की जाएंगी. यह यात्रा सारनाथ (वाराणसी) से गाजीपुर, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, महराजगंज होते हुए कुशीनगर पहुंचेगी. आखिर में कुशीनगर में एक बड़ी धम्म सभा होगी. आयोजकों का कहना है कि इस यात्रा का उद्देश्य लोगों के भीतर ज्ञान और करुणा जगाना है. यात्रा के दौरान अलग-अलग स्थानों पर लोगों को भगवान बुद्ध का शांति और सौहार्द का संदेश दिया जाएगा.