UP Latest News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में विश्वकर्मा जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया. संबोधन में सीएम योगी ने राज्य के अलग अलग जिलों की विशेषताओं के बारे में भी बताया. इस दौरान सीएम ने राज्य सरकार की ओडीओपी योजना के बारे में वहां मौजूद लोगों को विस्तार से बताया. 


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मेरठ-हापुड़ से लेकर वारणसी तक
अपने संबोधन में सीएम योगी ने हापुड़ के पापड़ से लेकर मेरठ की रेवड़ी, लखनऊ की चाट और वाराणसी की दही जलेबी के बारे में बातचीत की. उन्होंने बताया कि किस प्रकार ऐसे ही यूपी का हर जिले की अपनी एक खासियत होती थी. लेकिन समय के साथ वहां रोजगार और पैसों के अभाव से ऐसे सभी छोटे व्यवसाय बंद होते चले गए.


जांच में पता चला
जब सीएम योगी ने ऐसे ही हर जिले के फेमस उत्पादों के बिजनेस के बारे में पूछा तो पता चला कि राज्य के 58 जिलों के उत्पादों का हाल बदहाल हो चुका है. जब इस विषय में गहन से काम किया गया तो निष्कर्ष निकल कर आया कि ऐसा तो सभी 75 जिलों के कारीगरों और कामगारों के साथ हो रहा है.


एक जिला एक उत्पाद योजना
जांच की रिपोर्ट के पता चलने के बाद यूपी सरकार एक जिला एक उत्पाद योजना लेकर आई. इस योजना के तहत हर जिले में बदहाल पड़े उत्पादों के काम का उद्धार करने का फैसला किया गया. इसी योजना के परिणाम स्वरूप लोगों को अपने ही जिलों में रोजगार मिला है. इसके साथ साथ राज्य के उत्पादों का निर्यात दोगुना से ज्यादा हो गया. 


ऋण वितरण
इस दौरान लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित विश्वकर्मा जयंती के समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान व ओडीओपी तथा माटीकला के अंतर्गत राज्य के हस्तशिल्पियों को टूलकिट देने के साथ 50,000 करोड़ रुपये के ऋण का वितरण किया.


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