इलाहाबादः संगम तट पर गंगा का पानी अचानक लाल हो जाने से प्रशासन में हड़कंप मच गया। गंगा की यह हालत देखकर साधु-संतों में गुस्से की लहर फैल गई। गौरतलब है कि 24 घंटे पहले ही नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की तरफ से गंगा में गिरने वाले दूषित जल को शोधित करने के आदेश दिए हैं।


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हाल ही में संगम तट पर मछलियां और विदेशी परिंदे भी मरे हुए पाए गए थे। इसकी जांच रिपोर्ट आज तक नहीं मिल पाई। प्रदूषण विभाग ने फिर से गंगा जल के नमूने लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं। माघ मेले के पहले होने वाले गंगा स्नान के महज एक महीने पहले गंगा की यह हालत देखकर संतों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।


गौर हो कि देश के सबसे बड़े सालाना धार्मिक मेले के पहले स्नान पर्व को अभी महज 30 दिन बाकी है। ऐसे में संगम में प्रवाहित हो रही त्रिवेणी की धारा में मिलने वाली गंगा का जल अचानक लाल हो जाने से मेला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। पानी लाल होने की सूचना मिलने पर मेला प्रशासन के अधिकारी रमेश कुमार शुक्ला ने इसकी खबर मिलते ही यूपी प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों को जांच के लिए तलब किया है।