इसरो अपना पहला सौर मिशन आदित्य एल1 लॉन्च करने के लिए पूरी तरह तैयार है.
आज सुबह 11.50 पर श्रीहरिकोटा से इसे प्रक्षेपित किया जाएगा. आइए जानते हैं यह मिशन क्यों खास है.
आदित्य-एल1 पृथ्वी से करीब 1.5 मिलियन किमी दूर, सूर्य की ओर निर्देशित रहेगा, जो पृथ्वी-सूर्य की दूरी का लगभग 1 प्रतिशत है.
आदित्य-एल1 मिशन में अंतरिक्ष यान को लैग्रेंज बिंदु-1 (एल-1) के चारों ओर एक होलो ऑर्बिट में रखा जाएगा.
ये पृथ्वी से लगभग 1.5 लाख किमी दूर है. एल-1 बिंदु पर ग्रहण का असर नहीं पड़ता और इस जगह से सूरज को लगातार देखा जा सकता है.
रिपोर्ट के मुताबिक मिशन का बजट करीब 400 करोड़ रुपये है.
ये 4 महीने का सफर पूरा करते हुए L1 पॉइंट तक पहुंचेगा.
आदित्य एल1 ऊपरी सौर वायुमंडलीय (क्रोमोस्फीयर और कोरोना) गतिशीलता का अध्ययन करेगा.
इसमें क्रोमोस्फेरिक और कोरोनल हीटिंग का अध्ययन और सूर्य के वातावरण की जटिल गतिशीलता का अध्ययन शामिल है.
आयोनाइज्ड प्लाज्मा की भौतिकी, कोरोनल द्रव्यमान इजेक्शन की शुरुआत और फ्लेयर्स का अध्ययन करेगा.
इसरो की वेबसाइट पर इसका लाइव प्रसारण किया जाएगा. इसके अलावा इसरो के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर इसका लाइव नजारा देख सकते हैं.