कौन हैं आचार्य श्‍यामजी उपाध्‍याय? 46 साल से धाराप्रवाह संस्कृत में वकालत, एक भी केस नहीं हारे

Amitesh Pandey
Jul 29, 2024

Who is Acharya Shyamji Upadhyay

फ‍िल्‍मों में कोर्ट में अक्‍सर आपने दो वकीलों को बहस करते हुए देखा होगा. कई बार ये हिन्‍दी में तो कई बार अंग्रेजी में अपना पक्ष रखते हैं. वाराणसी के एक वकील संस्‍कृत भाषा में जज साहब से बहस करने के लिए फेमस हैं. तो आइये जानते हैं संस्‍कृत भाषा में बहस करने वाले वकील के बारे में.

कौन हैं श्‍यामजी उपाध्‍याय?

दरअसल, संस्‍कृत भाषा में जज साहब से बहस करने वाले वकील का नाम आचार्य श्‍यामजी उपाध्‍याय.

46 साल से वकालत

आचार्य श्‍यामजी उपाध्‍याय वाराणसी कोर्ट में पिछले 46 साल से संस्‍कृत भाषा में दलील देते आ रहे हैं.

एक भी केस नहीं हारे

खास बात यह है कि आचार्य श्‍यामजी उपाध्‍याय ने अभी तक कोई केस नहीं हारा है.

जज साहब भी हैरान

बताया गया कि जब आचार्य श्‍यामजी बहस करते हैं तो कोर्ट रूम में बैठे अन्‍य वकील ही नहीं जज साहब भी हैरान हो जाते हैं.

ट्रांसलेटर की जरूरत

कई बार जज साहब को ट्रांसलेटर की भी जरूरत पड़ जाती है.

हर काम संस्‍कृत में

आचार्य श्‍यामजी उपाध्‍याय कोर्ट में जज के सामने एप्‍लीकेशन देने से लेकर बहस तक सभी काम संस्‍कृत भाषा में ही करते हैं.

वकालत शुरू की

आचार्य श्‍यामजी उपाध्‍याय मूलरूप से मीरजापुर के रहने वाले हैं. वह 1978 से वाराणसी कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे हैं.

बचपन में लिया संकल्प

आचार्य श्यामजी उपाध्याय ने बताया कि संस्कृत भाषा के उत्थान के लिए उन्होंने बचपन में ही इसका संकल्प लिया था.

हिन्‍दी-अंग्रेजी भाषा में बहस

श्‍यामजी ने बताया कि पिता से सुना था कि कचहरी के सारे कामकाज हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू भाषा में होते हैं.

तब से लड़ रहे केस

बचपन में पिता की सुनी इस बात के बाद श्याम जी उपाध्याय ने संस्कृत भाषा में ही मुकदमा लड़ने का संकल्प लिया.

सम्‍मान

श्‍यामजी उपाध्‍याय को साल 2003 में भारत सरकार ने उन्हें नेशनल संस्कृत अवार्ड ‘संस्कृत मित्र’ से नवाजा था.

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