आयकर विभाग के छापे में तीन जूता कारोबारियों के पास से 100 करोड़ रुपये की जब्ती का अनुमान है.
हरमिलाप ट्रेडर्स के घर के बिस्तर, अलमारी, जूते के डिब्बे, बैग और दीवारों पर भी 500-500 रुपये के नोटों के बंडल मिले है.
रामनाथ डंग के घर से आय से अधिकारियों को संपत्तियों के अलावा बैनामी संपत्तियों के दस्तावेज भी मिले. वही अन्य ठिकानों पर भी टैक्स में हेरफेर के दस्तावेज टीम के हाथ लगे हैं.
आगरा में घरेलू जूता कारोबार में नकद का भुगतान पर्चियां से होता है. चुनाव के बाद पर्चियां भुनाए जाने की सूचना और टैक्स में हेराफेरी की शिकायत आयकर अधिकारियों तक पहुंची. जिसके बाद उन्होंने छापा मारा.
नोटों का जखीरा देखकर जांच टीमें भी दंग रह गई जिसके बाद उच्च अधिकारियों को बताया गया. नोटों की गिनती के लिए 10 से अधिक मशीनें मंगानी पड़ीं.
कई दस्तावेजों में ब्याज का हिसाब-किताब भी दर्ज है. ऐसे में माना ज रहा है कि जूता कारोबारी बड़े पैमाने पर ब्याज पर रकम भी बांटता था.
नोट गिनते-गिनते मशीनें गर्म हो गईं. स्टेट बैंक के कर्मचारियों की मदद लेनी पड़ी. आयकर विभाग की अन्वेषण शाखा ने नोटों की गिनती कराई.
30 घंटे से अधिक समय तक 14 ठिकानों पर चली कार्रवाई से शहर के घरेलू जूता कारोबारियों में खलबली मची रही.
रामनाथ डंग के घर से 60 करोड़ की नकदी मशीनों से गिनी जा चुकी है. आगरा में यह आयकर विभाग का सबसे बड़ा छापा माना जा रहा है.
आयकर सूत्रों के अनुसार जब्त की गई राशि 100 करोड़ रुपये तक हो सकती है. जिनमें अधिकांश 500-500 के नोटों के बंडल है.
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