ज्योतिष शास्त्र की माने तो बुध ग्रह का रत्न पन्ना को माना गया है जो बुध वाणी, बुद्धि के साथ ही व्यापार के लिए उत्तरदायी है.
पन्ना रत्न को अच्छी आर्थिक स्थिति करने, जीवन में खुशी बनाए रखना, सफलता पाने के लिए बहुत मददगार माना गया है.
रत्न शास्त्र की माने तो पन्ना एक शक्तिशाली रत्न है जो कुंडली में बुध की स्थिति को बलशाली करता है. बुद्धि, तर्क, संवाद के साथ ही यहा धन का भी कारक है.
कुंडली में अगर बुध की अंर्तदशा या महादशा हो तो पन्ना धारण करना लाभदायी हो सकता है. व्यापार के लिए बुध ग्रह कारक है ऐसे में कारोबारियों के लिए भी यह अच्छा होता है.
पन्ना का प्रभाव इतना शक्तिशाली होता है कि इसे धारण करने से व्यक्ति में सही निर्णय लेने की क्षमता आती है और कारोबार में बड़े लाभ हो सकते हैं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कन्या या मिथुन लग्न के जातक पन्ना रत्न धारण कर सकते हैं, इनके लिए यह शुभ हो सकता है. हालांकि विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
अगर 8वें या 12वें भाव में बुध ग्रह नहीं दिखता हो तो पन्ना रत्न धारण करने को कहा जाता है. मंगल, शनि, राहु या केतु संग बुध कुंडली में हो तो पन्ना रत्न धारण किया जा सकता है.
जिसकी कुंडली में ग्रह 6वें, 8वें के साथ ही 12वें भाव का स्वामी बुध हो वो पन्ना रत्न धारण करने से बचें. हालांकि हमेशा ही कोई भी रत्न धारण करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लें.
यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE UPUK इसकी पुष्टि नहीं करता है.