दुश्मन बन बैठेंगे अपने ही बच्चे, माता-पिता को नहीं करनी चाहिए ये गलतियां!

Shailjakant Mishra
Apr 09, 2024

चाणक्य

आचार्य चाणक्य विद्वान होने के साथ महान शिक्षक थे, उनकी कूटनीतियां आज के समय में भी बिल्कुल सटीक बैठती हैं.

नीतिशास्त्र

उन्होंने एक नीति शास्त्र की रचना की है, जिसमें अपने जीवन भर के तमाम अनुभवों को दर्ज किया है. चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र के जरिए पाप-पुण्य, कर्तव्य और अधर्म-धर्म के बारे में बताया है.

मां-बाप की आदत

चाणक्य नीति में मां-पिता की कुछ आदतों के बारे में बताया गया है, जो अपनी ही संतान का दुश्मन बना देती हैं. आइए जानते हैं उन आदतों के बारे में.

सही मार्ग दिखाएं

चाणक्य नीति के मुताबिक बच्चों में बचपन से जैसे बीज बोए जाएंगे वैसे ही उसके फल मिलेंगे, इसलिए माता-पिता का कर्तव्य है कि वे उन्हें ऐसे मार्ग पर चलाएं, जिससे उनमें शील स्वभाव का विकास हो.

निभाएं जिम्मेदारी

जो मां-बाप अपने उत्तरदायित्वों से मुंह मोड़ लेते हों, उन्हें बेटे से किसी बात की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. यदि बच्चों को ज्यादा प्यार दुलार करो तो वह बिगड़ जाते हैं और मनमौजी हो जाते हैं.

अच्छी परवरिश

पिता का कर्तव्य है कि वह अपनी संतान का पालन-पोषण अच्छी तरह से करें.

समझाना

चाणक्य के अनुसार बच्चे यदि कोई गलत काम करते हैं तो उन्हें पहले ही समझा-बुझाना चाहिए. बच्चों को गलत काम से दूर रखने का प्रयत्न करना चाहिए.

सही गलत समझ

गलत काम करने पर बच्चों को डांटना भी चाहिए,जिससे उन्हें सही और गलत की समझ आ जाए.

Disclaimer

यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में कोई पुष्टि नहीं करता है.

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