पति-पत्नी में ये पांच बातें पैदा करती हैं दरार, चाणक्य नीति ने बताया कैसे बचाएं रिश्ता?

Jun 23, 2024

जीवन का दर्पण

चाणक्य नीतियां जीवन का दर्पण हैं. इसलिए जिसने इन बातों को अमल कर लिया वो सफल होने के साथ ही हर रिश्ते को बेहतर ढंग से निभाता है.

पति-पत्नी का रिश्ता

पति-पत्नी का रिश्ता संसार का ऐसा रिश्ता है, जो 1 नहीं बल्कि 7 जन्मों का होता है. इसलिए आज हम चाणक्य नीति में उनके रिश्ते के बारे में जानेंगे.

एक रथ के दो पहिए

चाणक्य कहते हैं, पति-पत्नी एक दूसरे के पूरक हैं. दोनों एक रथ के दो पहिए के जैसे हैं. यदि एक पहिया किसी कारण डगमगाए तो रथ आगे नहीं चल पाता.

परिवार बिखराव

चाणक्य कहते हैं कि पति या पत्नी में कोई एक व्यक्ति वैवाहिक रिश्ते को अच्छे से निभाए और दूसरा अच्छे से न निभाए तो इससे परिवार बिखरने लगता है.

सुख-शांति

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि किसी परिवार की सुख और शांति पति और पत्नी की समझदारी के साथ-साथ उन दोनों के मधुर रिश्ते पर ही टिकी होती है.

मां लक्ष्मी का वास

चाणक्य कहते हैं कि जिस घर में पति-पत्नी के रिश्ते मधुर नहीं होते, आपस में बातचीत नहीं होती या तालमेल नहीं बैठता, वहां मां लक्ष्मी वास नहीं करतीं.

चाणक्य नीति

सुखी वैवाहिक जीवन के लिए सभी पति और पत्नी को चाणक्य की कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. आइए जानते हैं आचार्य चाणक्य के वो सलाह.

एक-दूजे का सम्मान

पति और पत्नी के रिश्ते में कोई बड़ा या छोटा नहीं होता. फिर चाहे उनकी उम्र में जितना भी अंतर हो. दोनों एक दूसरे का सम्मान करें और इज्जत दें.

धैर्य की जरूरत

आचार्य चाणक्य के अनुसार, पति-पत्नी दोनों धैर्य बनाकर रखें. जीवन में परिस्थिति चाहे जैसी भी हो, लेकिन दोनों धैर्य बनाकर बुरे वक्त का सामना करें.

धैर्य न रखने से हानि

चाणक्य के अनुसार, ऐसा कई बार देखा गया है कि विपरीत परिस्थितयों में जो पति-पत्नी संयम बनाकर आगे नहीं बढ़ते उनका रिश्ता भी आगे नहीं बढ़ता.

अहम न दिखाएं

पति-पत्नी हर काम एक साथ पूरा करें. अहम या अंहकार से दूर रहें. अहम से तू-तू मैं-मैं की स्थिति पैदा होती है. इससे रिश्ता टूटने के कगार पर आ जाता है.

निजी बातें साझा न करें

पति-पत्नी के बीच कई तरह की बातें होती हैं. कुछ बातें ऐसी भी होती हैं, जिन्हें आपस में ही सीमित रखना चाहिए. दोनों निजी बातों को किसी अन्य से साझा न करें.

न करें क्रोध

पति-पत्नी को एक दूसरे पर क्रोध करने से बचना चाहिए, क्योंकि क्रोध आने पर व्यक्ति बड़ी गलती कर देता है. जिससे रिश्ते में दरार पड़ सकती है.

झूठ बोलने से बचें

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि पति और पत्नी को एक दूसरे से कुछ छिपाना नहीं चाहिए. ऐसा करने से विश्वास टूटता है और रिश्ता खराब होता है.

रिश्ते में भरोसा

आचार्य चाणक्य के मुताबिक, पति-पत्नी के रिश्ते में शक की दीवार खड़ी नहीं करनी चाहिए. कोई ऐसा काम न करें जिससे जीवनसाथी के मन में शक पैदा हो.

Disclaimer

यहां दी गई जानकारियां लोक मान्यताओं और ज्योतिष विधाओं पर आधारित हैं. इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. Zeeupuk इसकी किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है.

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